तेज रफ्तार कार पलटने से लगी भीषण आग
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में बुधवार तड़के एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया. जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के जानीपुर-चंदौस तिराहे के पास एक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार अनियंत्रित होकर पुलिया से टकराई और सड़क से पांच फीट नीचे गिर गई. गिरते ही कार में भीषण आग लग गई जिसने कार में सवार छह लोगों में से पांच की जान ले ली. हादसे में केवल एक महिला जीवित बची जिसे स्थानीय लोगों ने कार का शीशा तोड़कर बाहर निकाला. यह परिवार बदायूं के एक शादी समारोह से दिल्ली लौट रहा था. इस घटना ने सड़क सुरक्षा और ड्राइविंग के दौरान सावधानी की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है.
हादसे का विवरण और मृतकों की पहचान
हादसा सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुआ जब बदायूं के सहसवान तहसील के चमनपुरा गांव का एक परिवार स्विफ्ट कार से दिल्ली की ओर जा रहा था. पुलिस के अनुसार मृतकों में जुबैर (30), उनकी पत्नी मोमिना (24), उनका दो साल का बेटा जैनुल, मोमिना के भाई तनवीज (26) और उनकी पत्नी निदा (23) शामिल हैं. हादसे में बची एकमात्र महिला गुलनाज उर्फ भुर्रो गंभीर रूप से घायल है और उसे जहांगीराबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. परिजनों के अनुसार परिवार 15 जून को तनवीज के चाचा के निकाह में शामिल होने बदायूं गया था और बुधवार तड़के साढ़े तीन बजे दिल्ली के लिए रवाना हुआ था. कार को तनवीज चला रहा था जबकि जुबैर आगे की सीट पर था और बाकी लोग पीछे बैठे थे.
हादसे का कारण और राहत कार्य
पुलिस अधीक्षक (देहात) डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ड्राइवर को झपकी आने के कारण कार अनियंत्रित होकर पुलिया से टकराई और नीचे गिर गई. गिरते ही कार में आग लग गई जो तेजी से फैल गई. हादसे की सूचना पर कोतवाली पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची. स्थानीय लोगों ने चीख-पुकार सुनकर तुरंत कार का शीशा तोड़कर गुलनाज को बाहर निकाला लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि बाकी लोगों को बचाना संभव नहीं हुआ. फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी और शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे. पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
परिवार का दुख और पृष्ठभूमि
मृतकों में शामिल तनवीज और जुबैर दिल्ली में पेंटिंग का काम करते थे. तनवीज की डेढ़ साल पहले शादी हुई थी और उनकी कोई संतान नहीं थी. वहीं जुबैर और मोमिना का दो साल का बेटा जैनुल इस हादसे का शिकार हुआ जबकि उनकी चार साल की बेटी घर पर थी. हादसे के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे जहां वे एक-दूसरे से लिपटकर रोते देखे गए. यह घटना सड़क पर तेज रफ्तार और रात में ड्राइविंग के खतरों को रेखांकित करती है. प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.