आगरा में बारिश और उमस के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। फंगल इन्फेक्शन, त्वचा रोग, कान में दर्द और पेट की बीमारियों के मरीजों की संख्या में तेजी देखी जा रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में रोजाना सैकड़ों मरीज इन समस्याओं के साथ पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बारिश में भीगने और गीले कपड़ों के कारण ये परेशानियां बढ़ रही हैं। लोग सावधानी बरतें और समय पर इलाज कराएं।
त्वचा रोग विभाग के प्रमुख डॉ. यतेंद्र चाहर ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन 300 से अधिक मरीज आ रहे हैं। इनमें से 70 प्रतिशत मरीज फंगल इन्फेक्शन, खुजली, लाल दाने और बाल झड़ने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। बारिश में भीगने और देर तक गीले कपड़े पहनने से बगल, जांघ और गर्दन पर फंगल इन्फेक्शन हो रहा है। खुजली के कारण कई मरीजों में जख्म बन रहे हैं। पुरुषों और महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या समान रूप से बढ़ रही है।
कान नाक गला विभाग के डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बारिश का पानी कानों में जाने से दर्द, सूजन और खुजली की शिकायतें बढ़ गई हैं। मेडिसिन विभाग के डॉ. आशीष गौतम के अनुसार दूषित पानी और खाने की वजह से टायफायड, डायरिया और पेट के इन्फेक्शन के मामले तेजी से बढ़े हैं। ओपीडी में 600 से अधिक मरीजों में से आधे से ज्यादा को ये समस्याएं थीं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि बच्चों में भी तेज बुखार और पेट की समस्याएं देखी जा रही हैं।
सोमवार को एसएन मेडिकल कॉलेज में 3300 से अधिक मरीज पहुंचे। मेडिसिन, त्वचा रोग और हड्डी रोग विभागों में सबसे ज्यादा भीड़ रही। मरीजों की संख्या को देखते हुए डॉक्टरों ने एक घंटे अतिरिक्त मरीज देखे।
डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बारिश में गीले कपड़े लंबे समय तक न पहनें। शरीर और बालों को सूखा रखें। उबला हुआ पानी पिएं और खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों से बचें। कान में पानी जाने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इन सावधानियों से बीमारियों को रोका जा सकता है।