हनीमून पर हत्या का रहस्य: इंदौर के जोड़े की कहानी में चौंकाने वाले खुलासे

मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून के लिए मेघालय गए एक नवविवाहित जोड़े की कहानी ने पूरे देश को झकझोर दिया। 23 मई को लापता हुए इस जोड़े के मामले में हर दिन नए खुलासे सामने आए। आठ दिन बाद पति का शव मिला, और 17 दिन बाद पत्नी की सनसनीखेज भूमिका उजागर हुई। आइए, इस मामले की पूरी समयरेखा और पुलिस जांच के प्रमुख बिंदुओं को समझते हैं।

कब-क्या हुआ: मामले की समयरेखा

  • 11 मई 2025: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम ने शादी की और हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए।
  • 20 मई 2025: जोड़ा शिलांग पहुंचा और सोहरा (चेरापूंजी) के नोंग्रीट गांव में डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज देखने गया।
  • 23 मई 2025: दोपहर 1:43 बजे राजा और सोनम ने परिवार से आखिरी बार फोन पर बात की। सोनम ने बताया कि वे घने जंगल में हैं, जहां खड़ी चढ़ाई है। राजा ने कॉफी और केले खाने की बात कही। इसके बाद दोनों का फोन बंद हो गया।
  • 24 मई 2025: परिवार ने संपर्क खोने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज की। जोड़े की किराए की स्कूटी ओसरा हिल्स के पास लावारिस मिली।
  • 27 मई 2025: मध्य प्रदेश सरकार ने मेघालय के मुख्यमंत्री से त्वरित कार्रवाई की मांग की। ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से तलाश शुरू हुई।
  • 2 जून 2025: भारी बारिश के बीच मेघालय पुलिस ने वेई सॉडोंग में 150 फीट गहरी खाई में राजा का शव बरामद किया। शव सड़ा हुआ था, और टैटू से उसकी पहचान हुई। सोनम का कोई सुराग नहीं मिला।
  • पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट: राजा के शरीर पर धारदार हथियार के निशान मिले। हत्या में इस्तेमाल डाओ (हथियार) घटनास्थल से बरामद हुआ, जो नया लग रहा था।
  • 8 जून 2025: 17 दिन बाद सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया। पुलिस ने खुलासा किया कि सोनम ने ही राजा की हत्या की साजिश रची थी।
  • 9 जून 2025: मेघालय पुलिस ने तीन अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया—एक को उत्तर प्रदेश और दो को इंदौर से।

पुलिस जांच के प्रमुख बिंदु

  • शव की स्थिति: राजा का शव खाई में मिला, लेकिन उनका मोबाइल, पर्स, सोने की चेन और अंगूठी गायब थी। केवल स्मार्टवॉच मौजूद थी।
  • हथियार का खुलासा: पुलिस को घटनास्थल से एक नया डाओ मिला, जिससे संदेह है कि इसे हत्या के लिए खरीदा गया था।
  • सोनम की भूमिका: मेघालय के डीजीपी ने बताया कि सोनम ने किराए के हत्यारों के साथ मिलकर राजा की हत्या करवाई। वह हत्या के बाद फरार हो गई थी और अंततः गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया।
  • अन्य सबूत: पुलिस को एक सफेद शर्ट और XXXL साइज का रेनकोट मिला, जिस पर खून के धब्बे होने का संदेह है। रेनकोट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया।
  • फोन कॉल का सुराग: आखिरी कॉल में सोनम ने घने जंगल और खड़ी चढ़ाई का जिक्र किया था, जिससे पुलिस को उनकी लोकेशन का अंदाजा हुआ।
  • तीन संदिग्धों की भूमिका: मावलाखियात के एक टूरिस्ट गाइड और दो अन्य व्यक्तियों की इस मामले में संलिप्तता सामने आई, जिसने जांच को और जटिल बनाया।

पुलिस की कार्रवाई और सवाल
मेघालय पुलिस ने एसडीआरएफ, स्पेशल ऑपरेशन टीम और माउंटेनियरिंग क्लब की मदद से गहन जांच की। सोनम के पिता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके बाद मध्य प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि राजा को स्कूटी से 25 किमी दूर घटनास्थल तक कौन ले गया और सोनम ने हत्या की साजिश क्यों रची।

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