विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आगरा के पालीवाल पार्क में हरियाली और स्वच्छता का संदेश गूंजा। सहयोग वाटिका में आयोजित एक विशेष पौधारोपण कार्यक्रम में लोगों ने न केवल पौधे लगाए, बल्कि प्लास्टिक के उपयोग को अलविदा कहने का संकल्प भी लिया। इस पहल में उद्यान विभाग के साथ-साथ सामाजिक संगठनों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में उद्यान विभाग के डीएचओ रजनीश पांडेय ने पर्यावरण पर प्लास्टिक के बढ़ते खतरे को बताया। उन्होंने कहा, “प्लास्टिक पर्यावरण का सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका है। पार्कों को प्लास्टिक मुक्त करने से ही हमारे पौधे पेड़ बन सकेंगे।” उन्होंने लोगों से एकजुट होकर इस दिशा में कदम उठाने की अपील की।
पैथोलॉजिस्ट डॉ. राय ने कहा कि कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में बांटकर खाद बनाने की आदत अपनानी होगी। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हर छोटा कदम मायने रखता है। वहीं, पर्यावरणविद अधिवक्ता केसी जैन ने पालीवाल पार्क को शहर का हरा-भरा फेफड़ा बताते हुए इसे स्वच्छ और सुरक्षित रखने के लिए सामूहिक प्रयासों पर बल दिया।
“बीट द प्लास्टिक” थीम के साथ जागरूकता
इस बार विश्व पर्यावरण दिवस की थीम “बीट द प्लास्टिक” को केंद्र में रखकर लोगों को गुटखा पाउच, पानी के पाउच और अन्य एकल-उपयोग प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया गया। डॉ. मुकुल पांडेय ने कहा, “प्लास्टिक का कचरा हमारे पर्यावरण को नष्ट कर रहा है। हमें इसे कम करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।” कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने एकजुट होकर पालीवाल पार्क में पौधे रोपे और उन्हें संरक्षित करने का प्रण लिया। सहयोग वाटिका में विचार-विमर्श के दौरान सभी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने सुझाव साझा किए। डीएचओ रजनीश पांडेय ने उद्यान विभाग की योजनाओं की जानकारी दी और बताया कि कैसे सामुदायिक सहयोग से हरियाली को बढ़ावा दिया जा सकता है।
इस मौके पर राकेश गुप्ता, अजय स्वरूप, मनोज माहेश्वरी, मोहन सिंह वर्मा, संतोष गर्ग, गौरी शंकर, भगत सिंह चौहान, श्याम गुप्ता, बबलू जैन, धर्मवीर, कृष्ण मुरारी लाल वर्मा, सौरभ शर्मा सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। सभी ने मिलकर न केवल पौधे लगाए, बल्कि पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने का संदेश भी दिया।