हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि नायब सैनी नए सीएम होंगे। इसके साथ ही 5 नए चेहरे भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं. शपथ ग्रहण समारोह भी आज शाम 5 बजे होगा. इससे पहले पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बयान दिया था कि मनोहर लाल खट्टर ही सीएम बने रहेंगे। वहीं हरियाणा के पूूर्व मंत्री अनिल विज भी आज बीच बैठक से जाते दिखे थे. उन्होंने कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया था. लेकिन अब सब साफ़ हो गया है। हरियाणा का नया मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को चुना गया है। उन्होंने मनोहर लाल खट्टर की जगह ली है।
कौन है नायाब सैनी
54 साल के नायब सैनी अंबाला जिले के नारायणगढ़ विधानसभा के गांव मिर्जापुर के रहने वाले हैं. उन्होंने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की है. वह किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. 2014 में पहली बार जिला अंबाला की नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक बने थे, जिसके बाद 2019 लोकसभा चुनाव लड़ा था, जहां अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रत्याशी निर्मल सिंह को 3 लाख 84 हजार 591 वोटो से हराकर विजय हासिल की थी, जिसमें नायब सैनी को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले थे वहीं निर्मल सिंह को 3 लाख 84 हजार 591 वोट मिले थे.
नायब सिंह सैनी ही क्यों बनाए गए CM?
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार बीजेपी के लिए 370 पार और एनडीए के लिए 400 पार का नारा दिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार ओबीसी के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। वे बीजेपी पर ओबीसी के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हैं। यूपी समेत देश के कई राज्यों में अति पिछड़े वर्ग की अच्छी खासी आबादी है। ऐसे में बीजेपी लोकसभा चुनाव में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। यही वजह है कि उसने ओबीसी वर्ग से आने वाले नायब सिंह सैनी को सीएम बनाकर कई राज्यों में अपने ओबीसी वोटबैंक को मजबूत करने का काम किया है। सैनी को मनोहर लाल का करीबी भी माना जाता है।