आगरा। होम्योपैथिक चिकित्सा विज्ञान से ब्लड प्रेशर एवं डायविटीज जैसी बीमारियों को जड़ से ठीक कर सकता है। इस बात को दावा शहर के प्रख्यात होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. के. एस. कौशल ने किया है।
इस सम्बंध मे आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि प्रत्येक रोग का कारण, व्यक्ति विशेष की इम्युनिटी (वाइटल फोर्स) का कम होना है। कोई रोग जब ही आपको रोगी कर सकता है। जब आपकी इम्युनिटी या रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई हो।
डॉ. के. एस. कौशल ने लम्बे क्लीनिकल एक्सपीरिएँस से शोध कर बताया कि प्रत्येक रोग का कारण रोगी के दिमाग में स्थित होता है। जैसा कि ज्ञात है कि रोगी का माइन्ड ही शरीर में होने वाली सभी क्रियाओं का नियमन एवं नियंत्रण करता है। अतः सबसे पहले उसकी क्रियाओं में बदलाव आता है एवं रोगी की इम्युनिटी प्रभावित होकर ब्लड प्रेशर एवं डायविटीज जैसे गंभीर रोग के रूप में परिणत होता है। लम्बे क्लीनिकल एक्सपीरिएंस एवं शोधकर यह निष्कर्ष निकला कि सही होम्योपैथिक दवाएँ इसी कमजोर इम्युनिटी को बढ़ाकर रोगी को पूर्ण स्वस्थ बनाती है। होम्योपैथिक चिकित्सा विज्ञान, सटीक सिमलीमम होम्योपैथिक औषधियों द्वारा व्यक्ति विशेष की इम्युनिटी (वाइटलफोर्स) को बढ़ाती है।
इस अवसर पर उन्होंने ब्लड प्रेशर एवं डायविटीज का एक ऐसा कठिन, जटिल रोगी गोविन्द गुप्ता को मीडिया के समक्ष पेश किया। जिनकी आयु लगभग 60 वर्ष थी। वह शिकोहाबाद जनपद फ़िरोजवाद के रहने वाले है। जो कि सालों से एलोपैथिक दवायें ले रहे थे। इसके बाद रोगों के निदान के लिये 24 मार्च 2024 को डॉ. के. एस. कौशल से परामर्श लिया। जिसके बाद लगभग 15 साल की चिकित्सा के बाद आज वह पूर्ण स्वस्थ है। उनकी एलोपैथिक दवायें बन्द करा दी गई एवं उनका ब्लड प्रेशर-120/86, पल्स 86 नार्मल एवं डायविटीज 102/132 सामान्य हो गई। गोविन्द गुप्ता पत्रकार वाता में स्वयं उपस्थित थे।
इस मौके पर डॉ के एस कौशल के अतिरिक्त डॉ. नयनरंजन भारद्वाज, डॉ. नवीन शर्मा, डॉ. शेखर दीक्षित आदि उपस्थित थे।





