मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 10वीं पास है। साय के अलावा राम विचार नेताम भी 10वीं पास हैं। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा समेत पांच मंत्री परास्नातक हैं। आइए जानतें उनकी टीम के बाकी सदस्यों के बारे में विस्तार से…
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। शुक्रवार को राज्य के नौ नए मंत्रियों ने शपथ ली। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ कैबिनेट में मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों समेत कुल 12 मंत्री हो गए। विधानसभा सदस्यों की कुल संख्या (90) के 15 फीसदी (13) विधायक ही मंत्री बन सकते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री साय के मंत्रिमंडल में अभी भी एक मंत्री के लिए जगह है। नए मंत्रियों में 69 साल के दयालदास बघेल सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। वहीं, बृजमोहन अग्रवाल सबसे अमीर मंत्री हैं। अग्रवाल के पास कुल 17.49 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
कितनी पढ़ी लिखी है विष्णु देव की कैबिनेट
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 10वीं पास है। साय के अलावा राम विचार नेताम भी 10वीं पास हैं। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा समेत पांच मंत्री परास्नातक हैं। वहीं, उप मुख्यमंत्री अरुण साव अकेले मंत्री हैं जिनके पास पेशेवर स्नातक की डिग्री है। साव ने 1995 में बिलासपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी की है। पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी भी नई सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। चौधरी कैबिनेट में अकेले मंत्री हैं। जिनके पास स्नातक की डिग्री है। उन्होंने गणित से बीएससी की है। साय कैबिनेट के दो मंत्री 12वीं पास हैं। इनमें कोरबा से विधायक बने लखनलाल देवांगन और भाटगांव से विधायक लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हैं। दायल दास भगत कैबिनेट के सबसे कम पढ़े लिखे मंत्री हैं। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में 8वीं पास होने की जानकारी दी है।
शिक्षा
कितने मंत्री
8वीं पास
एक
10वीं पास
दो
12वीं पास
दो
स्नातक
एक
स्नातक पेशेवर
एक
परास्नातक
पांच
कितनी उम्रदराज है छत्तीसगढ़ की नई कैबिनेट?
विष्णु देव साय कैबिनेट की औसत उम्र 54 साल है। नई कैबिनेट में पांच मंत्री ऐसे हैं जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। 69 साल से दयाल दास भगत और 64 साल बृजमोहन अग्रवाल राज्य के दो सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। इनके अलावा 61-61 साल के लखनलाल देवांगन और टंक राम वर्मा और 62 साल के राम विचार नेताम ऐसे मंत्री हैं जिनकी उम्र 60 से ज्यादा है।
इकलौती महिला मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े कैबिनेट की सबसे युवा मंत्री हैं। 31 साल लक्ष्मी भटगांव सीट से विधायक बनीं हैं। उनके बाद 41 साल के ओपी चौधरी कैबिनेट के दूसरे सबसे युवा मंत्री हैं। 47 साल के श्याम बिहार जयसवाल और 48 साल के केदार कश्यप भी राज्य के उन चार सबसे युवा मंत्रियों में शामिल हैं जिनकी उम्र 50 साल से कम है। 50 से 60 साल के बीच तीन मंत्री हैं। इनमें 59 साल मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, 55 साल के उप मुख्यमंत्री अरुण साव और 50 साल के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा शामिल हैं।
उम्र
कितने मंत्री
50 साल से कम
4
50 से 60 साल
3
60 से 70 साल
5
साव कैबिनेट के मंत्रियों के पास कितनी संपत्ति
संपत्ति की बात करें तो नई कैबिनेट के पास औसतन 5.73 करोड़ रुपये की संपत्ति है। केवल एक मंत्री लखनलाल देवांगन ऐसे हैं जो करोड़पति नहीं है। उनके पास कुल 58.66 लाख रुपये की कुल संपत्ति है। रायपुर शहर दक्षिण से जीते बृजमोहन अग्रवाल सबसे अमीर मंत्री हैं। उनके पास कुल 17.49 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
अग्रवाल के समेत कुल तीन मंत्रियों के पास 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। इनमें रायगढ़ से जीते ओपी चौधरी और मनेंद्रगढ़ से जीते श्याम बिहारी जायसवाल शामिल हैं। चौधरी के पास कुल 12.90 करोड़ तो जायसवाल के पास 12.09 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है। कैबिनेट में शामिल सात मंत्रियों के पास एक से पांच करोड़ रुपये कुल संपत्ति है। राम विचार नेताम के पास 6.92 करोड़ रुपये की संपत्ति है। नेताम पांच से 10 करोड़ के बीच की संपत्ति वाले अकेले मंत्री हैं।
संपत्ति
कितने मंत्री
एक करोड़ से कम
एक
एक से पांच करोड़
सात
पांच से 10 करोड़
एक
10 करोड़ से ज्यादा
तीन
क्या करते हैं विष्णु देव साय के मंत्री?
विष्णु देव साय कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत नौ मंत्रियों ने खुद को किसान बताया है। मंत्री टंकराम वर्मा सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। वहीं, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने व्यापार को अपनी आमदनी का जरिया बताया है। वहीं, श्याम बिहारी जायसवाल ने किसानी के साथ व्यापार से भी आमदनी की बात कही है। इसी तरह ओपी चौधरी ने किसानी के साथ मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर कमाई होने की बात बताई है। चौधरी ने शेयर बाजार से आमदनी होने का जिक्र अपने हलफनामे में किया है।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा समेत तीन मंत्रियों पर चल रहे आपराधिक मामले
नई कैबिनेट के तीन मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, दयाल दास बघेल और ओपी चौधरी शामिल हैं। दयाल दास बघेल पर एक मामला चल रहा है। वहीं, ओपी चौधरी पर पांच मामले चल रहे हैं। जबकि, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा पर कुल सात मामले चल रहे हैं।