विवाद के बाद दोनों ने काटी हाथ की नस
आगरा के न्यू आगरा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात एक दुखद घटना ने सभी को चौंका दिया. सूर्य नगर के एक अपार्टमेंट में रहने वाले पति-पत्नी के बीच हुए विवाद ने इतना गंभीर रूप ले लिया कि दोनों ने आत्महत्या का प्रयास किया. दोनों ने अपने हाथ की नस काट ली, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई. बच्चों की सूझबूझ और पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण समय पर दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे उनकी जान बच गई. यह घटना पारिवारिक विवादों के गंभीर परिणामों और समय पर हस्तक्षेप की महत्ता को उजागर करती है.
घटना का विवरण और पुलिस की कार्रवाई
सूर्य नगर में रहने वाला यह दंपति अपने दो बच्चों के साथ एक अपार्टमेंट में रहता है. मंगलवार रात को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हो गई. विवाद इतना बढ़ गया कि पत्नी ने पहले खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और आत्महत्या का प्रयास किया. इसके बाद पति ने भी बाथरूम में जाकर अपनी हाथ की नस काट ली. बच्चों ने दोनों को बचाने के लिए दरवाजे खटखटाए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. डरे हुए बच्चों ने तुरंत डायल 112 पर कॉल किया. सूचना मिलते ही पीआरवी 6511 की टीम, जिसके प्रभारी नरेश कुमार और चालक बेताल थे, तुरंत मौके पर पहुंची. पुलिस ने बिना समय गवांए बाथरूम और कमरे के दरवाजे तोड़े. अंदर पति लहूलुहान हालत में पड़ा था, जबकि पत्नी बिस्तर पर बेहोश थी. पड़ोसियों की मदद से दोनों को तत्काल एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया.
समय पर इलाज से बची जान
अस्पताल में दोनों को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसके कारण उनकी जान बच गई. वर्तमान में दोनों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. पुलिस की तत्परता और बच्चों की सूझबूझ ने इस त्रासदी को और गंभीर होने से रोक दिया. थाना न्यू आगरा की पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और विवाद के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. इस घटना ने स्थानीय लोगों में चर्चा का माहौल बना दिया है, और कई लोग पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना कर रहे हैं.
पारिवारिक विवादों पर नियंत्रण की जरूरत
यह घटना पारिवारिक विवादों के खतरनाक परिणामों को सामने लाती है. छोटे-छोटे मतभेद कई बार इतने गंभीर रूप ले लेते हैं कि लोग आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि परिवार के सदस्यों को आपसी संवाद और समझदारी से विवादों को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए. इसके अलावा मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और समय पर परामर्श लेना भी जरूरी है. पुलिस ने इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए न केवल जान बचाई बल्कि समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया. यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि विवादों को समय रहते सुलझाना और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण है. पुलिस ने परिजनों से संपर्क किया है और मामले की गहन जांच की जा रही है.