हिंदू युवतियों को प्रेमजाल में फंसाने की साजिश
उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के खिलाफ जांच ने एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। छांगुर ने देश के 579 जिलों में हिंदू बहुसंख्यक क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां धर्मांतरण की मुहिम चलाने की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने 3000 से अधिक अनुयायियों की एक फौज तैयार की थी। ये अनुयायी हिंदू बनकर युवतियों को प्रेमजाल में फंसाने का काम करते थे। उत्तर प्रदेश की एटीएस ने इस मामले में गहन जांच शुरू की है। जिसके बाद कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। छांगुर का मकसद देश में मुस्लिम आबादी को बढ़ाना था। जिसके लिए उसने एक सुनियोजित तंत्र विकसित किया था।
संगठित नेटवर्क और प्रमुख सहयोगी
छांगुर ने अपने बेटे महबूब को इस अभियान का नेतृत्व सौंपा था। महबूब के साथ नवीन नामक व्यक्ति तकनीकी और अन्य सहायता प्रदान करता था। इसके अलावा एक विशेष टीम हिंदू युवतियों के बारे में जानकारी जुटाने का काम करती थी। इस टीम में सगीर। हाजिर शंकरा और एमेन रिजवी जैसे लोग शामिल थे। जो आम लोगों की तरह घूमकर सूचनाएं एकत्र करते और छांगुर को सौंपते थे। इसके आधार पर छांगुर अपने अनुयायियों को विभिन्न जिलों में तैनात करता था। आजमगढ़ में उसके भतीजे सबरोज को चार लोगों की टीम के साथ जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं औरैया में मेराज नामक युवक ने हिंदू बनकर युवतियों को फंसाया। एक मामले में मेराज ने रुद्र बनकर एक युवती मानवी का शारीरिक शोषण किया और उसका वीडियो भी बनाया। नोएडा और हरियाणा में भी उसका नेटवर्क सक्रिय था।
बलरामपुर में विस्तार की योजना
छांगुर ने बलरामपुर के उतरौला में अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी और अब उसकी नजर बलरामपुर शहर पर थी। उसने रोडवेज के पास एक जमीन तय की थी। जहां वह एक संपर्क कार्यालय खोलने की योजना बना रहा था। ताकि उसकी मुहिम को और गति मिल सके। हालांकि यह जमीन किसके नाम पर ली गई थी। यह अभी स्पष्ट नहीं है। छांगुर के सहयोगी बब्बू चौधरी ने बताया कि वह इस कार्यालय के जरिए अपने नेटवर्क को और मजबूत करना चाहता था। जांच में यह भी सामने आया कि छांगुर अपने इकलौते बेटे महबूब को दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति बनाने की फिराक में था। इसके लिए वह धर्मांतरण से होने वाली कमाई को प्रॉपर्टी और अन्य कार्यों में निवेश कर रहा था। उसने नागपुर के एक प्रभावशाली व्यक्ति से भी संपर्क किया था। ताकि महबूब को आगे बढ़ाया जा सके।
जांच और कार्रवाई
उत्तर प्रदेश एटीएस ने छांगुर के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। उसकी शिकायत करने वाले अरविंद ने एसटीएफ को इस नेटवर्क की पूरी जानकारी दी थी। जिसके बाद एटीएस ने छानबीन शुरू की। जांच में पाया गया कि छांगुर का नेटवर्क 2011 की जनगणना के आधार पर 579 हिंदू बहुसंख्यक जिलों को लक्षित कर रहा था। वर्तमान में छांगुर और उसके बेटे महबूब सहित कई सहयोगी लखनऊ जेल में हैं। एटीएस इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है। ताकि इस नेटवर्क के पूरे तंत्र का खुलासा हो सके।