फिरोजाबाद। थाना रसूलपुर क्षेत्र में शनिवार शाम झोलाछाप के उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई। आरोप है कि झोलाछाप ने जैसे ही इंजेक्शन लगाया। कुछ देर बाद ही महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत होते ही झोलाछाप मौके से फरार हो गया। परिजन ने शव को लालपुर मार्ग पर रखकर हंगामा काटना शुरू कर दिया। पुलिस ने परिजन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन मुआवजे की मांग करने को लेकर अडिग रहे।
गांव खंजापुर निवासी पूनम (38) पिछले कई दिन से बुखार से पीड़ित थीं। शनिवार दोपहर परिजन आसफाबाद पानी टंकी के पास एक झोलाछाप चिकित्सक पर महिला को उपचार के लिए ले गए। परिजन का कहना है कि उक्त चिकित्सक ने महिला को एक इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद जैसे ही परिजन उसे लेकर घर जाने लगे। महिला बेहोश होकर जमीन पर गिर गई और मौत हो गई। महिला की मौत की जानकारी पर चिकित्सक मौके से भाग गया।
सूचना पर थाना पुलिस व सीओ सिटी अरुण कुमार चौरसिया मौके पर पहुंच गए। करीब तीन घंटे तक परिजन मुआवजे की मांग को लेकर मौके पर डटे रहे। इधर स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डाॅ. केके वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार ने जांच के बाद उसके क्लीनिक को सील कर दिया है। वहीं झोलाछाप की पैरवी में भी समाज से जुड़े कुछ लोगों ने पुलिस प्रशासन को फोन किया। थाना प्रभारी प्रमोद पंवार ने बताया कि झोलाछाप चिकित्सक उमेश राठौर के गलत इंजेक्शन से महिला की मौत हुई है। परिजन मुआवजे की मांग को लेकर शव रखे हुए हैं।
जिले में लगातार झोलाछापों के उपचार से हो रहीं मौतों की घटना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए अभियान चलाया था। खामियां मिलने पर लगातार कार्रवाई भी की गई। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई का विरोध करते हुए निजी चिकित्सक गांधी पार्क में पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे हुए थे। शुक्रवार को सदर विधायक मनीष असीजा ने धरना समाप्त कराया था। धरना समाप्त हुए एक दिन भी नहीं बीता था। झोलाछाप के गलत उपचार से महिला की जान चली गई।