बाड़मेर से सांसद और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का नाम भी अब राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल हो गया है। कैलाश चौधरी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करने के बाद सुर्खियों में आए थे। वह 2018 में बायतू से विधानसभा का चुनाव हार गए थे। हालांकि, 2019 में लोकसभा का चुनाव जीतकर केंद्र में मंत्री बने।
विद्याधर नगर की विधायक दीया कुमारी भी भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय विधायक दल की बैठक के लिए पहुंच चुकी हैं।
विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए 3 नों पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह, सरोज पांडे और विनोद तावड़े भी जयपुर पहुंच चुके हैं। राजनाथ सिंह को रिसीव करने के लिए खुद वसुंधरा राजे सिंधिया एयरपोर्ट पर पहुंचीं।
राजस्थान राजे के साथ : कालूराम मेघवाल
विधायक दल की बैठक से पहले कई विधायकों ने वसुंधरा राजे के समर्थन में अपनी आवाज उठानी शुरू कर दी है। कालूराम मेघवाल ने कहा कि राजे के साथ पूरा राजस्थान खड़ा है। उन्होंने आगे दावा किया कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ही बनेंगी।
BJP के तिजारा से विधायक बाबा बालकनाथ विधायक दल की बैठक के लिए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय पहुंचे।
राजस्थान BJP अध्यक्ष सीपी जोशी एयरपोर्ट के लिए रवाना। सीपी जोशी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की करेंगे एयरपोर्ट पर अगवानी। सुनील बंसल के भी जयपुर आने की सूचना है।
अनीता भदेल, यह नाम राजस्थान से बाहर शायद कम लोगों ने सुना हो। SC समुदाय से आने वाली भदेल का परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा रहा है। छत्तीसगढ़ में आदिवासी चेहरा, MP में यादव सीएम के बाद राजस्थान में भाजपा वसुंधरा राजे की जगह सीएम पद के लिए इन्हें चुन सकती है। यह महिलाओं के लिए बड़ा संदेश होगा।
अजमेर दक्षिण विधानसभा सीट से जीतीं भदेल को इसी साल राजस्थान के दो-सौ विधायकों में सर्वश्रेष्ठ विधायक घोषित किया गया था। सोशल मीडिया पर पिछले 24 घंटे से ‘My guess for next Rajasthan CM: Anita Bhadel’ भी चल रहा है। फॉर्मूला यह है, छत्तीसगढ़ में एसटी, एमपी में ओबीसी और अब राजस्थान में दलित को मौका मिलने के चांस ज्यादा हैं। अनीता भदेल एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा पूर्व राजस्थान सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री थं। वे राजस्थान विधानसभा में अजमेर दक्षिण से विधायक हैं, वे भारतीय जनता पार्टी की राजनेत्री हैं।