भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली पूजा-पाठ में काफी विश्वास रखते हैं। वह बाबा नीम करौली के बहुत बड़े भक्त हैं, विराट को लंदन में भी कई बार कृष्ण दास के सत्संग में भजन सुनते देखा गया है। वह प्रेमानंद महाराज से भी मिल चुके हैं। कोहली के बाद अब भारतीय महिला टीम की खिलाड़ी दीप्ति शर्मा भी प्रेमानंद महाराज की शरण में जा पहुंची हैं। कहते हैं कि प्रेमानंद जी की बातें सुनकर मन को शांति तो मिलती ही है, साथ ही साथ परेशान मन के सारे सवालोंं के जवाब भी उनके पास होते हैं। दीप्ती ने महाराज जी से वार्ता की और उन्होंने उनसे कुछ सवाल पूछे। दीप्ति शर्मा ने फाइनल में मिल रही हार को लेकर किया सवाल दीप्ति ने प्रेमानंद महाराज से सवाल किया कि जब चाह कर भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो काफी नकारात्मकता आ जाती है। ऐसे में अच्छे प्रदर्शन के लिए क्या करना चाहिए? दीप्ति ने फिर सवाल किया कि हमारी टीम लगातार मैच जीतती है लेकिन फाइनल में आकर छोटी सी गलती से हार मिलती है, ऐसा क्यों होता है? प्रेमानंद महाराज ने दीप्ति शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए कहा, “संयमी इंसान हर फील्ड में सफलता प्राप्त करता है। थोड़ी सफलता आने पर हम लोग संयम खो देते हैं, हार- जीत तो लगी रहती है। अगर संयम और अभ्यास, इन दोनों का हमारे जीवन में बराबर योग है तो कोई भी हमें हरा नहीं कर सकता। इसके लिए रोज अभ्यास जरूरी है। हमारी सावधानी, संयम और अभ्यास हटा तो चूक हो सकती है।” दीप्ति हाल ही में विमेंस द हंड्रेड टूर्नामेंट खेलकर इंग्लैंड से लौटी हैं। वहां पर उनका प्रदर्शन शानदार रहा। वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में 7वें नंबर पर रहीं। दीप्ति ने 8 मैचों में 212 की औसत से 212 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 18 चौके और छह छक्के जड़े। उन्होंने गेंद से भी अपना जलवा दिखाया। दीप्ति ने 6.85 की इकॉनमी से 8 विकेट लिए। 18 रन देकर तीन विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। दोस्तो अपकी क्या राय है इन खिलाड़ियों के बारे में आप भी अपनी राय हमे जरूर बताइएग
ब्यूरो रिपोर्ट TNF Today