लखनऊ: पॉलिटेक्निक चौराहे से किसान पथ तक प्रस्तावित एलिवेटेड रोड के ऊपर मेट्रो का निर्माण नहीं होगा। तकनीकी बाधाओं और सीमित जगह के कारण मेट्रो को इस रूट पर भूमिगत चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए नई योजना तैयार की जाएगी। यह फैसला लोक निर्माण और आवास विभाग के प्रमुख सचिव की संयुक्त अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक हाईकोर्ट खंडपीठ में दायर जनहित याचिका के जवाब में बुलाई गई थी, जिसमें कोर्ट ने सरकार से इस रूट पर यातायात और मेट्रो की योजना स्पष्ट करने को कहा था।
मेट्रो के लिए CMP का इंतजार
यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक कर्नल आशीष द्विवेदी ने बताया कि एलिवेटेड रोड पर दोस्तरीय निर्माण (Two Tier System) संभव नहीं है। भविष्य में मेट्रो निर्माण के लिए भूमिगत विकल्प ही चुना जाएगा। इसके लिए सिटी मोबिलिटी प्लान (CMP) का तैयार होना जरूरी है। तकनीकी रिपोर्ट के मुताबिक, एलिवेटेड रोड पर पियर और यू-गर्डर जैसी संरचनाओं के लिए पर्याप्त जगह नहीं है।
एलिवेटेड रोड से मिलेगी ट्रैफिक में राहत
फिलहाल, पॉलिटेक्निक से किसान पथ तक केवल एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा, जिससे इस रूट पर ट्रैफिक की गंभीर समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है। बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि भविष्य में मेट्रो रूट को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के साथ ले जाया जाए, ताकि हाईकोर्ट परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित रहे।