अब एक घंटे में हो रहे रामलला के दर्शन
अयोध्या। महाकुंभ शुरू होने के बाद ही राम मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ भी जमा हो रही थी। शनिवार से यह क्रम टूटा और मंदिर के बाहर भीड़ के प्रवाह में काफी कमी भी आई।
महाकुंभ समाप्त होने के बाद ही रामनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ भी कम हो गई है। भीड़ घटी है तो श्रद्धालुओं को रामलला के सुगम दर्शन भी मिलने लगे हैं। शनिवार को लाइन में लगकर एक घंटे के भीतर रामलला के दर्शन श्रद्धालुओं को हो भी गए हैं। एक दिन पहले तक रामलला के दर्शन में तीन से चार घंटे भी लगे थे। राम मंदिर में शनिवार से एक बार फिर मोबाइल व बैग ले जाने पर रोक भी लगा दी गई है।
महाशिवरात्रि के बाद शुक्रवार को रामलला के दरबार में ढाई लाख लोगों ने दर्शन भी किए तो शनिवार की शाम पांच बजे तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु भी दर्शन-पूजन कर चुके थे। मंदिर सुबह पांच बजे ही खुला और रात्रि 10:30 बजे तक श्रद्धालुओं को दर्शन भी हुए। श्रद्धालुओं को रामलला के दरबार पहुंचने के लिए कम दूरी भी तय करनी पड़ी। इससे पहले डायवर्जन के चलते श्रद्धालु चार से पांच किलोमीटर पैदल चलकर ही राममंदिर दर्शन करने पहुंच पाते थे। अब मात्र 500 मीटर से लेकर एक किलोमीटर पैदल चलकर श्रद्धालु दर्शन पथ पर पहुंच भी पा रहे हैं। शनिवार को हर एक श्रद्धालु को 50 से 60 मिनट में दर्शन भी मिल रहे हैं।
रामलला के दरबार में अप्रत्याशित भीड़ भी उमड़ी तो व्यवस्थाएं भी चरमरा गईं थीं। बता दें कि श्रद्धालुओं की चेकिंग भी होना बंद हो गई। इसके चलते श्रद्धालु अपने सामान व मोबाइल लेकर राममंदिर ही जाने लगे थे। शनिवार को भीड़ सामान्य भी हुई तो व्यवस्थाएं फिर पटरी से भी लौटने लगी हैं। चेकिंग व्यवस्था शनिवार से फिर प्रभावी भी कर दी गई है। वहीं रामलला के श्रद्धालुओं को प्रसाद का पैकेट भी अब बाटे जाने लगे है, जो पिछले एक पखवाड़े से बंद पड़ा था। श्रद्धालुओं में प्रसाद के लिए मारामारी देखते हुए बसंत पंचमी से प्रसाद वितरण पर रोक भी लगा दी गई थी।
रविवार से बदलेगी व्यवस्था;
रामलला के दरबार में भीड़ की स्थिति अब सामान्य भी हो गई है। श्रद्धालु सुगमता पूर्वक दर्शन भी कर रहे हैं। अब श्रद्धालुओं की जांच व्यवस्था फिर से प्रभावी कर दी गई है, शनिवार को हर एक श्रद्धालु की जांच भी की गई। मोबाइल व बैग ले जाने पर रोक पहले की तरह लगा भी दी गई है। बता दें कि निकासी अभी गेट नंबर तीन से ही की जा रही है। रविवार के बाद व्यवस्था में और कुछ बदलाव भी किया जाएगा।
(बलरामाचारी दुबे, एसपी सुरक्षा)