मैनपुरी जिले के किशनी थाना क्षेत्र के रैपुरा गांव में एक 18 वर्षीय छात्रा कोमल उर्फ प्रिया पाल ने आत्महत्या कर ली. यह घटना गुरुवार देर शाम की है. छात्रा 12वीं कक्षा में पढ़ती थी और गांव रैपुरा की निवासी थी. उसके पिता का नाम सर्वेश पाल है. पुलिस सूत्रों के अनुसार कोमल को उसके माता-पिता ने पढ़ाई पर ध्यान न देने और अधिक घूमने-फिरने के लिए डांट लगाई थी. इस डांट से वह इतनी आहत हुई कि उसने अपने घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में दुपट्टे से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. उस समय घर के अन्य सदस्य नीचे थे.
पुलिस की कार्रवाई
परिजनों ने कोमल को आवाज दी लेकिन जब कोई जवाब नहीं मिला तो वे दूसरी मंजिल पर गए. वहां उन्होंने उसे फंदे पर लटका पाया. सूचना मिलते ही किशनी थाना प्रभारी ललित भाटी मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटना की जानकारी जुटाई और फील्ड यूनिट को बुलाया. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण माता-पिता की डांट को माना जा रहा है. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि अन्य पहलुओं का पता लगाया जा सके.
परिजनों का हाल
कोमल की मृत्यु की खबर से उसके परिवार में कोहराम मच गया. परिजन सदमे में हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है. इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया. स्थानीय लोगों के अनुसार कोमल एक शांत स्वभाव की लड़की थी और इस तरह के कदम से सभी हैरान हैं.
सामाजिक चिंता
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है. किशोरावस्था में बच्चे भावनात्मक रूप से संवेदनशील होते हैं. माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों के साथ संवाद में सावधानी बरतनी चाहिए. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी परिस्थितियों में बच्चों को मानसिक समर्थन और सकारात्मक मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है. इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संवाद के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है.