– 13 साल की उम्र में हरियाणा आश्रम में रहने लगी थी राखी
– परिवार की गुहार पर पुलिस ने कई दिनों तक समझाया
आगरा। कुंभ 2024 में साध्वी बनने का अचानक फैसला लेने वाली आगरा की नाबालिग राखी को परिवारिक काउंसलिंग और डौकी पुलिस की संवेदनशील कार्रवाई के बाद घर वापस लाया गया। मात्र 13 साल की उम्र में हरियाणा के विलासपुर स्थित कौशल किशोर आश्रम में रहने लगी राखी को वापस लाने के लिए परिवार ने पुलिस से मदद मांगी। कई दिनों की लगातार काउंसलिंग के बाद 14 वर्षीय राखी ने परिवार के साथ घर लौटने की सहमति दे दी।
कुंभ मेले में माता-पिता के साथ गई राखी आध्यात्मिक आकर्षण और भावनात्मक प्रभाव में साध्वी बनने का निर्णय ले बैठी। परिजनों के समझाने के बावजूद वह अड़ी रही और आश्रम चली गई। समय बीतने पर परिवार की चिंता बढ़ी और उन्होंने डौकी पुलिस से गुहार लगाई। पुलिस ने नाबालिग की सुरक्षा व मानसिक स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की।
डौकी पुलिस टीम ने राखी की लगातार काउंसलिंग की, जिसमें कानूनी-सामाजिक समझ के साथ परिवार के महत्व और उम्र में बड़े निर्णयों के प्रभाव समझाए। पुलिस की सहज व संवेदनशील बातचीत का असर हुआ और राखी का मन बदला। बेटी को सुरक्षित वापस पाकर परिवार में खुशी की लहर है।
परिजनों ने डौकी पुलिस की मानवीय पहल, धैर्य और त्वरित कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि पुलिस के सहयोग के बिना बेटी की वापसी संभव नहीं थी। यह मामला संवेदनशील पुलिसिंग की मिसाल है, जो टूटे परिवारों को जोड़ने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।





