रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर अमेरीका के न्योते पर 22 वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 और 9 जुलाई को मास्को में में रहेंगे | इस दौरान पीएम मोदी और पुतिन बातचीत के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 और 9 जुलाई को रूस में रहेंगे। सोमवार 8 जुलाई को वह दोपहर 12 बजे मॉस्को पहुंच जाएंगे। फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद मोदी पहली बार रूस की यात्रा करने वाले हैं। मोदी के लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह रूस की उनकी पहली यात्रा है।
हालाँकि,अपने बीते साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी से 16 बार रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात कर चुके हैं। वहीं, इन दो दशकों में 5 साल के अंतर के बाद यह रूस की छठी यात्रा है। भारत-रूस के बीच काफी पुरानी और गहरी दोस्ती पर नजर अमेरिका, चीन और पाकिस्तान समेत दुनिया के अनेक देशों की नजर पीएम मोदी की इस आधिकारिक यात्रा पर है।
स्थायी विश्व क्रम में मोदी एकमात्र ऐसे वैश्विक नेता हैं जो रूस, जापान और अमेरिका के साथ मिलकर गहरी दोस्ती निभा रहे हैं। रूस-यूक्रेन जंग के बीच पीएम मोदी ने विदेश नीति में बहुत सावधानी रखी है| भारत ने दोनों देशों के नेताओं से फोन पर बात की और तरल समाधान के लिए बातचीत को सबसे प्रमुख रास्ता बताया।साथ ही सैन्य कार्रवाई के लिए खुलकर रूस की निंदा भी नहीं की है| रूस से बाकी संबंधों के साथ ही तेल का आयात भी जारी रखा|
भारत और रूस के बीच 77 साल भी पुराने संबंध हैं | एक तरह से कहा जाता है तो रूस आज़ाद भारत का सबसे पुराना रणनीतिक साझेदार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे और ज्यादा ऊंचाई दी है | उनकी रूस यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में और ज्यादा मजबूती आने की बात कही जा रही है | हालांकि, पीएम मोदी के दौरे से पहले देश में विपक्ष मे सियासत भी शुरू कर दी है|शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि हिंदुस्तान और रूस का संबंध मोदी जी की वजह से नहीं बल्कि पंडित नेहरू और इंदिरा जी की पॉलिसी से हुआ है|
विदेश मंत्रालय के तथ्यों के अनुसार, भारत और रूस के बीच वर्ष 1971 में शांति, मित्रता सहयोग संधि हुई थी। 1993 में मैत्री एवं सहयोग संधि हुई। वर्ष 2000 में दोनों देशों के बीच रणनीतिक संधि की घोषणा हुई। वर्ष 2010 में यह विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी में बदल गई| साल 2022 में रूस- यूक्रेन जंग के बाद दुनिया दो ध्रुव में बंटता दिखाई दिया, लेकिन भारत और रूस की नजदीकी बरकरार रही|पीएम मोदी की रूस यात्रा को लेकर प्रवासी भारतीय समुदाय काफी उत्साहित है|
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 जुलाई की दोपहर मास्को पहुंचेंगे. वहां, राष्ट्रपति पुतिन पीएम मोदी के लिए एक निजी डिनर की मेजबानी करेंगे । अगले दिन, पीएम मोदी रूस में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे। इसकेइसके बाद पीएम मोदी और पुतिन के बीच एक सीमित स्तर की बातचीत होगी |अंत में प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी| बाद मोदी क्रेमलिन में अज्ञात सैनिकों के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। फिर मास्को में प्रदर्शनी देखेंगे|