बुधवार को संसद की सुरक्षा में चार लोगों ने सेंध लगाई। इनमें से एक नीलम आजाद नाम की महिला है। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नीलम पहले भी कई विरोध प्रदर्शनों में शामिल रही है।
उसने किसान आंदोलन से लेकर पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था। इसके चलते उसे कई बार हिरासत में लिया गया और थाना ले जाया गया। संसद में घुसपैठ 2001 के संसद हमले की 22वीं बरसी पर की गई।
नीलम आजाद कौन है?
नीलम हरियाणा के जींद जिले के घसो खुर्द गांव की रहने वाली हैं। उसने अपनी पढ़ाई हिसार से पूरी की है। उनके छोटे भाई राम निवास ने बताया है कि उन्हें नहीं पता था कि नीलम Delhi गई है। वह हिसार जाने की बात कहकर घर से निकली थी। नीलम 1 दिन पहले हमसे मिलने आई थीं और यह कहकर चली गईं कि हिसार जा रही है।
नीलम ने हाल के दिनों में कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था और किसानों के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था। इसी साल मई में नीलम को नई दिल्ली में पहलवानों के आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारी पहलवान साक्षी मलिक के साथ हिरासत में लिया गया था। नीलम ने 2020-21 में किसान आंदोलन में हिस्सा लिया था।
ऐसी जानकारी मिली है कि नीलम खुद को बीआर अंबेडकर और भगत सिंह से प्रभावित बताती है। वह भगत सिंह और संविधान पर किताबें बांटती है। वह अपने पैतृक गांव में 1 पुस्तकालय चलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
नीलम के भाई राम निवास के अनुसार उसने बीए, एमए, बी.एड, एम.एड, सीटीईटी, एम.फिल और नेट जैसी कई डिग्रियां ली हैं। उसने नेट (National Eligibility Test) की परीक्षा पास कर ली थी। राम निवास ने बताया कि नीलम 1 बार दिल्ली में स्नातक शिक्षक की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने पहुंची थीं, लेकिन नौकरशाही और लालफीताशाही के कारण उसे नौकरी नहीं मिली थी। वह बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाती रहती है।