बिहार में पुल गिरने के मामले में बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में 15 इंजीनियर को निलंबित किया गया है. दो इंजीनियर से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके साथ ही मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है.
बिहार में 12 पुल गिरने के मामले में बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में 15 इंजीनियर को निलंबित किया गया है. दो इंजीनियर से स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिन इंजीनियर को सस्पेंड किया गया है, उसमें 4 ग्रामीण कार्य विभाग के और 11 जल संसाधन विभाग के हैं. 2 कार्यपालक अभियंता (Executive Engineer), 4 सहायक अभियंता (Assistant Engineer), 2 कनीय अभियंता (Junior Engineer) समेत 15 इंजीनियरों को सस्पेंड किया गया है. इसके साथ ही मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन कंपनी पर भी गाज गिरी है. सरकार ने इसे ब्लैक लिस्ट कर दिया है.
जांच समिति द्वारा जल संसाधन विभाग को जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह एक्शन हुआ है.जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा है कि जांच में इंजीनियर्स की लापरवाह और निगरानी को अप्रभावी पाया गया है. इसके कारण राज्य में कई छोटे पुल ढह गए. पुल गिरने की ये घटनाएं सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिले से सामने आई हैं.
पुल गिरने के मामले को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव लगातार राज्य सरकार पर हमले बोले रहे हैं. पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर शुक्रवार को भी उन्होंने नीतीश सरकार पर हमला बोला. यादव ने सरकार और बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा,पुल निर्माण की स्वीकृति, टेंडर, शिलान्यास, उद्घाटन की तिथि जारी करें. सब हो जाएगा दूध का दूध और पानी हो जाएगा.
तेजस्वी ने कहा, बिहार में जो भी पुल गिर रहे हैं, वो सभी जेडीयू के पास विभाग रहते हुए बने थे. ये पुल इसीलिए गिर रहे हैं क्योंकि उनमें दबाकर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का खेल हुआ. यह सोचने वाली बात है कि जो जेडीयू नेता हम पर आरोप थोपने की कोशिश कर रहे हैं. आखिर इसकी वजह क्या है. कहीं अपना दामन बचाने की मंशा तो नहीं है?
आरजेडी नेता ने आगे कहा, लगातार पुल गिरने के अलावा नीट का पेपर लीक होना, हर परीक्षा का पेपर लीक होना, हर परीक्षा में धांधली-भ्रष्टाचार, लगातार जगह जगह दीवार गिरना, सड़क टूटना, एयरपोर्ट का ढह जाना… यह सब तथाकथित डबल इंजन की सरकार के भ्रष्टाचार को साफ जाहिर कर रहा है.
सारण जिले में गुरुवार को एक और पुल गिरा था. इसको लेकर जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे के भीतर सारण में पुल ढहने की यह तीसरी घटना है. इसके कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है.गंडकी नदी पर बनयपुर प्रखंड में स्थित यह छोटा पुल सारण के कई गांवों को पड़ोसी सिवान जिले से जोड़ता था.