बड़े राज का खुलासा
इंदौर। इंदौर में मुकुल यादव ने पंजाबी सॉन्ग बजाने पर विवाद के बाद भावना सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने आरोपियों को एक हजार किलोमीटर तक पीछा कर पकड़ लिया गया है। आरोपी ऑनलाइन सट्टा खिलाने में भी शामिल थे। उन्हें 34 मोबाइल फोन, 24 एटीएम कार्ड और बीस हजार रुपए नकद के साथ गिरफ्तार किया गया है।
भावना सिंह गोली कांड मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। घटना से पहले महिला का उसके दोस्त मुकुल यादव के साथ झगड़ा हुआ था। मुकुल तेज आवाज में गाने बजा रहा था। जो भावना को पसंद नहीं आ रहे थे। भावना ने मुकुल को रोकने की कोशिश भी की पर वह नहीं माना। इसी दौरान दोनों में लड़ाई होने लगी। गुस्से में आकर मुकुल ने देसी कट्टे से गोली चला दी। वो कुछ समझ पाता इससे पहले ही काफी देर हो चुकी थी।
इससे पहले दोनों ने दोस्तों के साथ शराब भी पी थी। पुलिस ने आरोपियों को सैकड़ों किलोमीटर तक पीछा करके पकड़ा। आरोपियों ने भागते वक्त एटीएम और मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया। उन्हें डर था कि पुलिस को उनकी लोकेशन पता चल जाएगी। पुलिस ने आरोपियों के पास से दर्जनों मोबाइल फोन, अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड, सट्टे का हिसाब और नकद बरामद किए हैं।
दरअसल, इंदौर के महालक्ष्मी नगर में 21 मार्च को एक फ्लैट में भावना सिंह नाम की युवती को गोली लग गई थी। वह ग्वालियर की रहने वाली थी। तीन लोग उसे कार से बॉम्बे हॉस्पिटल ले गए और वहां छोड़कर भाग गए। इलाज के दौरान भावना की मौत हो गई है। पुलिस को पता चला कि आरोपी इंदौर से भोपाल और फिर भोपाल से थार जीप में भागे हैं। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए तुरंत कार्रवाई की।
पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी अवैध धंधों में लिप्त थे। वही ये लोग ऑनलाइन सट्टा के जरिए लोगों को ठगने का काम भी किया करते थे। आशु ने आगे यह बताया कि वे फर्जी नाम से बैंक अकाउंट खोलते थे और उसमें पैसे ट्रांसफर करवाते थे। इसके लिए उन्हें अलग-अलग मोबाइल और सिम कार्ड की जरूरत होती थी। इसलिए वे फर्जी तरीके से सिम खरीदते थे।
इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को दतिया से गिरफ्तार कर लिया है। वे लोग नेपाल के रास्ते दुबई भागने की फिराक में थे। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।