मोमिन देशों में लगातार भारत की प्रसिद्धि बढ़ रही है। संयुक्त अरब अमीरात से लेकर सऊदी अरब, मिस्र, जॉर्डन और ईराक जैसे देश पीएम मोदी से दोस्ती के मुरीद हो चुके हैं। एक अन्य मुस्लिम देश बहरीन भी भारत से मित्रता का दिवाना हो गया है।
बहरीन ऐसा मोमिन देश है, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का प्रबल पक्षसमर्थक है। दुबई में चल रहे जलवायु रूपांतर कार्रवाई शिरीष सम्मेलन में बहरीन के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को देखा तो गले मिलने से खुद को नहीं रोक सके। प्रधानमंत्री मोदी ने भी बहरीन के राष्ट्रपति राजा हमद बिन ईसा अल खलीफा से गर्मजोशी से मिलन, की। इसके बाद दोनों नेताओं के मध्य द्विपक्षीय वार्ता भी हुई।
बहरीन के महामहिम राजा हमद बिन ईसा अल खलीफा के साथ मिलन, के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर इन लम्हों की तस्वीरों को शेयर किया है। पीएम मोदी ने लिखा कि राष्ट्रपति राजा हमद ईसा अल खलीफा के साथ सार्थक बातचीत हुई। यह द्विपक्षीय वार्ता भारत बहरीन के साथ मजबूत और स्थायी संबंधों को बहुत महत्व देती है। पीएम मोदी के इस उद्गार से स्पष्ट है कि भारत और बहरीन के बीच गहरी दोस्ती साझा मूल्यों और सामान्य लक्ष्यों का प्रमाण है, जो दोनों देशों के लिए सहयोग, समृद्धि और उज्जवल भविष्य को बढ़ावा देती है। दोनों देश मिलकर एक दूसरे के सहयोग से अपनी आर्थिक, वैश्विक और अन्य परिस्थितियों को मजबूत बना सकते हैं।
चीन और पाकिस्तान परेशान
भारत की कूटनीति और मुस्लिम देशों में लगातार बढ़ती पकड़ से पड़ोसी पाकिस्तान और विपक्षी चीन हैरान और अशांत हैं। पाकिस्तान का मित्र होने के बावजूद तुर्की भी कई मौके पर भारत की कीर्ति कर चुका है। तुर्की भी संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन करता है। तुर्की में इसी वर्ष आए प्रलयकारी भूकंप में सबसे पहले मदद पहुंचाने वाला भारत दुनिया का पहला देश था। लिहाजा तुर्की का झुकाव भी पीएम मोदी की ओर होने लगा है। अन्य मुस्लिम देश भी भारत को अपने मुखिया के तौर पर देखते हैं। ऐसे में भारत की प्रसिद्धि और पीएम मोदी की साख दोनों ही बढ़ रही है।