पुलिस नहीं पहचान सकी…वो अपराधी नहीं Junior Engineer है, किया ऐसा हाल; सदमे में है पीड़ित

एटा :- कोतवाली नगर क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे जवाहर तापीय परियोजना के अवर अभियंता के घर अलीगंज पुलिस ने बृहस्पतिवार रात में जमकर उत्पात मचाया। जेई ने दरवाजा बंद कर लिया और आसपास रह रहे परियोजना के साथी कर्मियों को कॉल कर घर बुला लिया।

आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़कर उनकी बुरी तरह से पिटाई की और एनकाउंटर करने की धमकी दे डाली। जिससे वह बुरी तरह भयभीत हो गए। शुक्रवार को जेई ने पूरा मामला विभागीय उच्चाधिकारियों को बताकर एएसपी से शिकायत की है।

शहर में निधौली रोड स्थित शृंगार नगर निवासी विशेष कुमार के मकान में जवाहर तापीय परियोजना मलावन में कार्यरत जेई गिरीश चंद्र पटेल किराए पर रहते हैं। जेई का आरोप है कि बृहस्पतिवार की रात करीब 11 बजे सादा कपड़ों में 7 पुलिसकर्मी बिना नंबर की कार से आए।

बदमाशों की तरह धमका कर दरवाजा खोलने के लिए दबाव बनाने लगे। इसकी वजह से मैं घबरा गया और आसपास के साथियों को फोन कॉल करके बताया कि अनजान व्यक्ति दरवाजा पीट रहे हैं।

जब तक साथी मकान पर पहुंच पाते, तब तक बाहर से दीवार के सहारे चढ़कर प्रथम तल का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आए और बुरी तरह से पीटने लगे। जबकि पुलिस कर्मियों को मैं लगातार बता रहा था कि तापीय परियोजना में जेई के रूप में तैनात हूं, लेकिन पुलिसकर्मियों ने एक नहीं सुनी। साथी जेई स्वतेज गुप्ता पहुंचा और बचाने का प्रयास किया तो उसको भी घसीटते हुए सड़क पर ले गए और यहां गोली मारकर एनकाउंटर करने की धमकी दी गई। शुक्रवार को पुलिस कार्यालय पहुंचकर अपर पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी।

पच्चीस हजार के इनामी को पकड़ने आई थी पुलिस
अलीगंज कोतवाली प्रभारी अरुण पवांर ने बताया कि हत्या का प्रयास, चोरी व लूट के मामलों में वांछित 25 हजार के इनामी अभय दीक्षित मकान में पत्नी के साथ रहता आ रहा है। उसको पकड़ने के लिए पुलिस ने दबिश दी थी। जेई प्रथम तल पर रहते हैं उनके साथ कोई बात नहीं हुई है, लेकिन छत पर जाने को लेकर जेई ने विरोध जताया, इसको लेकर ही शिकायतें की गईं हैं।

ये बोले SSP
SSP धनंजय सिंह कुशवाहा ने बताया कि मकान में अपराधी होने की सूचना मिली थी, इस पर रात को पुलिसकर्मियों ने दबिश दी, लेकिन तापीय परियोजना के जेई ने अभद्रता करना शुरू कर दिया। अपराधी होने के शक में पुलिस टीम ने उसे पकड़ा था। बाद में स्थिति स्पष्ट होने पर छोड़ दिया गया। दबिश के दौरान किस स्तर पर चूक हुई है, इसकी जांच कराई जा रही है।_

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