
आगरा। प्रदूषण का स्तर दिल्ली में बहुत ही गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। जन-जीवन प्रभावित होने लगा है। आगरा में भी लगभग ऐसे ही हालात हैं। मगर, आगरा में इसे बेकाबू होने से रोकने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। पेड़ों और फुटपाथ पर जमी धूल को हवा में घुलने से रोकने के लिए इन्हें धोया जा रहा है।
आपको बता दे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 420 से अधिक चल रहा है। आगरा का AQI 360 और इससे अधिक चल रहा है। वातावरण में PM 2.5 (अति सूक्ष्म कण) और PM10 (सूक्ष्म कण) की मात्रा बढ़ी हुई है। इन्हें रोकने के लिए आगरा नगर निगर प्रमुख मार्गों के फुटपाथों और पेड़ों की धुलाई करा रहा है। फुटपाथ पर धूल के कण वाहनों के पहियों से धूल उड़कर जम जाती है यहां लगे पेड़ों के पत्तों पर चिपक जाती है। वाहनों के साइलेंसर से निकलने वाले धुएं में काफी हानिकारक कण होते हैं। हवा के साथ उड़ते है
हवा के चलने से फुटपाथ और पेड़ों के पत्तों जमे प्रदूषण के कण उड़कर हवा में घुल जाते हैं। जोकि सांस के माध्यम से लोगों के फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। इसी को रोकने के लिए धुलाई कराई जा रही है। धुलाई पर सबसे अधिक ध्यान उन फुटपाथ और पेड़ों पर दिया जा रहा है, जिनके आसपास वाहनों का आवागन ज्यादा होता है। इसमें एमजी रोड, फतेहाबाद रोड, खंदारी, सिकंदरा-बोदला रोड प्रमुख हैं।
आगरा मेट्रो कॉरपोरेशन भी धूल को उड़ने से रोकने के प्रयास कर रहा है। आगरा में मेट्रो का काम चल रहा है। निर्माण स्थलों पर धूल न उड़े, इसके लिए वाटर गन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।