आगरा। इटावा में स्वास्थ्य विभाग के ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत शर्मा ने आत्महत्या कर ली है। वे मूलरूप से आगरा के बाह क्षेत्र के ही रहने वाले थे। परिजनों ने बताया कि यदि पुलिस समय पर सुन लेती तो शायद हमारे बेटे की जान बच जाती।
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में साइबर ठगों की प्रताड़ना से परेशान स्वास्थ्यकर्मी ने मंगलवार रात घर के बाथरूम में मफलर से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। परिजनों के अनुसार, साइबर ठग एक साल से बहुत ब्लैकमेल कर रहे थे। इससे वह कई दिनों से परेशान भी रहने लगे थे। मोबाइल कर लिया गया था हैक; जैतपुर के नहटौली गांव के प्रशांत शर्मा (37) इटावा के उदी स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर ही तैनात थे। उन्होंने 21 जनवरी को अपने घर के बाथरूम में मफलर से गले में फंदा कस कर अपनी जान दी थी। साइबर ठग ने उनके मोबाइल को हैक कर सारा डाटा ले लिया था। उनके नंबर पर अश्लील फोटो पोस्ट कर बहुतं समय से ब्लैकमेल कर रहा था। उन्होंने 25 दिसंबर 2024 को फेसबुक पर एक पोस्ट भी की थी। इसमें जान से मारने की धमकी देने का जिक्र किया गया था। रुपये मांगने या गलत संदेश को इगनोर करने की भी अपील की थी। शिकायत दर्ज कराने का भी जिक्र किया गया था।
पिता ने बताया क्यों दी जान; मृतक के पिता सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य नत्थीलाल शर्मा ने बताया कि 21 जनवरी की दोपहर में साइबर ठग ने एक लाख रुपये की मांग कर अश्लील फोटो भेजे गये थे। मानसिक तनाव में आ कर बेटे ने आत्मघाती कदम उठा लिया। पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो बच जाती जान; पिता ने कहा कि पुलिस और साइबर सेल ने समय पर कार्रवाई की होती तो मेरे बेटे की जान बच सकती थी। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मृतक की पत्नी प्रीती बेसुध पड़ी हुई है। मां ओमवती अपने बेटे की मौत के सदमे में हैं। उन्होंने कहा कि बेटे को मजबूर करने वालों को मौत की सजा ज़रूर मिलनी चाहिए। पुलिस से कहा हमारे बेटे की मौत का इंसाफ ज़रूर दिलाए।