प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के सामने 11 नवंबर से चल रहे प्रतियोगी छात्रों का धरनाप्रदर्शन आज समाप्त हो गया है पीसीएस और आरओ/एआरओ प्री परीक्षा को दो दिनों में कराए जाने और नॉर्मलाइजेशन के विरोध में शुरू हुआ छात्रों का विरोध प्रयागराज ही नही प्रदेश के कई दूसरे शहरों में हो रहा है प्रयागराज में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरीकेड तोड़ डाला। जिसके चलते सुबह से ही आयोग के दफ्तर के अंदर गहमागहमी थी। दोपहर में आयोग की बैठक शुरू हुई। करीब तीन बजे अध्यक्ष संजय श्रीनेत भी बैठक में पहुंचे। इसके बाद करीब सवा चार बजे डीएम और सचिव छात्रों के बीच पहुंचे। डीएम ने लाउडस्पीकर पर कहा कि मुख्यमंत्री ने आयोग को छात्रों की समस्या का समाधान निकालने के लिए कहा था। इसके बाद आयोग ने छात्रों से बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री की पहल पर आयोग ने यह फैसला लिया है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 सैद्धांतिक रूप से पहले की तरह एक दिन में कराने का फैसला लिया है।
छात्रों का चल रहे आंदोलन ने आज रंग दिखाया है। आयोग ने पीसीएस परीक्षा को लेकर छात्रों की मांग मान ली है। पीसीएस की परीक्षा अब पहले की तरह एक दिन एक शिफ्ट में कराई जाएगी। दो दिन परीक्षा का आदेश वापस हो गया है। जिलाधिकारी और आयोग के सचिव ने छात्रों के बीच आकर लाउडस्पीकर से यह घोषणा की। डीएम ने बताया कि सीएम योगी के आदेश पर आयोग ने यह फैसला लिया है। कुछ देर बाद इसका नोटिस भी जारी कर दिया गया। आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार को पीसीएस परीक्षा एक दिन में कराने के फैसले के बाद नॉर्मलाइजेशन अपने आप खत्म हो जाएगा। जब परीक्षा एक शिफ्ट में होगी तो नॉर्मलाइजेशन की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।