आगरा। ज्वैलर प्रिंस उर्फ राजा की आत्महत्या के बाद शहर में गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। परिजनों का आरोप है कि ब्लैकमेलिंग के पुख्ता सबूत होने के बावजूद सिकंदरा पुलिस अब तक मुख्य आरोपी कीर्ति शर्मा और उसके साथियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। प्रिंस ने मौत से पहले बड़ी मात्रा में सबूत छोड़े थे चैट, स्क्रीनशॉट और पैसे तथा गहनों की मांग से जुड़े रिकॉर्ड, लेकिन कार्रवाई की रफ्तार बेहद धीमी है।
परिवार का कहना है कि कीर्ति शर्मा गैंग ने प्रिंस को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, उससे करीब 20 लाख रुपये के गहने और नकद तक वसूले गए। ब्लैकमेलिंग का जाल इतना खतरनाक बन चुका था कि वो टूट चुका था। परिजनों का आरोप है “अगर पुलिस समय पर सख्ती दिखाती, तो आज हमारा बेटा जिंदा होता।” घटना के बाद सिकंदरा थाने में कीर्ति शर्मा व उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज की गई, लेकिन अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इससे लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर पुलिस ‘जांच’ कर रही है या किसी को ‘प्रोटेक्शन’ दे रही है? इलाके में चर्चा है कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़ित परिवार डर के साए में है।
परिजनों ने आज पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार, से मिलकर न्याय की गुहार लगाने का फैसला किया है। परिवार का कहना है कि वह पूरे घटनाक्रम की जानकारी उच्चाधिकारियों को देगा और निष्पक्ष जांच व सख्त कार्रवाई की मांग करेगा।इस मामले ने आगरा पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ब्लैकमेलिंग से एक युवा की जान चली गई, लेकिन आरोपी अब भी कानून की पकड़ से दूर हैं। स्थानीय व्यापारी व ज्वैलर्स एसोसिएशन भी इस घटना को लेकर पुलिस से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहा है।
ज्वैलर प्रिंस की आत्महत्या कांड में सुस्ती पर सवाल, कीर्ति शर्मा गैंग अब भी फरार, परिजनों में आक्रोश
Published On: December 1, 2025
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