आगरा। आगरा-मथुरा की सीमा पर बसे गांव परखम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यक्रम आज से शुरू हो गया हैं। कार्यक्रम के पहले दिन संघ के तीन हजार स्वयंसेवकों ने घोष की धुन पर व्यायाम योग और तिष्ठ योग का प्रदर्शन किया।
इस मौक पर दिलीप बिस्पुते ने कहा कि संघ समाज में परिवर्तन लाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। समाज में लोगों को पांच परिवर्तन अर्थात पांच विषयों को ध्यान में रखना चाहिए। स्वदेशी को हम सभी को अपने जीवन में उतारना है। नागरिक कर्तव्य अर्थात् नियमों एवं कानून के अंतर्गत व्यवहार करने से ही राष्ट्र समृद्ध व उन्नत होगा। सामाजिक समरसता अर्थात आपस में जातिगत ऊंचनीच का भेदभाव समाप्त करना होगा। समाज के सभी वर्गों का आपस में मिलना- बैठना, एक दूसरे के सुख-दुख में हिस्सा लेना अपने स्वभाव में लाना होगा। पर्यावरण की चिंता करनी होगी, ग्लोबल वार्मिंग और वातावरण का बदलता परिदृश्य चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि स्वाधीनता की लड़ाई तीन विचारों को लेकर लड़ी गई थी। स्वराज, स्वधर्म और स्वदेशी। हमें जीवन में स्वदेशी वस्तुओं का अनुग्रहण करना चाहिए। जो वस्तु घर पर बनाई जा सकfती है उसे बाहर से खरीदने की बजाय घर पर ही उसका निर्माण करें।साथ ही उन्होंने कहा की स्वदेशी का क्रियान्वन स्वयंसेवक के निजी जीवन में करना आवश्यक है, क्योंकि समाज हमें देखकर सीख रहा है।
इससे पूर्व शाखा टोली एकत्रीकरण कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मथुरा विभाग शाखा टोलियां के लगभग तीन हजार स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग संघचालक डॉ० वीरेंद्र मिश्रा ने की।
कार्यक्रम में डॉ० हरीश सह क्षेत्र संपर्क प्रमुख, प्रांत कार्यवाह राजकुमार, प्रांत प्रचारक धर्मेंद्र, सह प्रांत प्रचार प्रमुख कीर्ति कुमार, महावीर, छैल बिहारी, डॉ. संजय अग्रवाल, विभाग प्रचारक अरूण पांचजन्य, अरुण दीक्षित तथा अन्य क्षेत्र विभाग के कार्यकर्ता एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे।