नेपाली विमान कंपनियों को झटका यूरोपियन यूनियन की काली अनुक्रम में बरक़रार!!

काठमांडू, 01 दिसंबर (हि.स.)। यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने नेपाल के निवासी उड्डयन क्षेत्र को काली अनुक्रम में बनाए रखा है। वर्ष 2013 से निरंतर नेपाल की विमानन कंपनियां यूरोपीय यूनियन की काली अनुक्रम में शामिल हैं।

यूरोपीय यूनियन ने गुरुवार को उन एयरलाइनों की एक नई विज्ञापित की है जो उड़ान सुरक्षा चिंताओं की अनुक्रम में हैं, जिसमें वे सभी एयरलाइनें शामिल हैं जो नेपाल निवासी उड्डयन प्राधिकरण के साथ पंजीकृत हैं और विमानों का परिचालन कर रही हैं। नेपाली एयरलाइंस को 2013 से इस अनुक्रम में शामिल किया गया था। काली अनुक्रम में शामिल एयरलाइनों को यूरोपीय यूनियन के देशों के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने की अनुमति नहीं है।
यूरोपीय यूनियन द्वारा नेपाल की विमानन कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किए जाने का मुख्य कारण हवाई उड़ानों की अंतरराष्ट्रीय नियामक संस्था अंतरराष्ट्रीय निवासी उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के मानक पर खरा नहीं उतरना है। हालाकि नेपाल ने दावा किया है कि उसने आईसीएओ की अधिकतर चिंताओं का समाधान कर दिया है।
नेपाल के निवासी उड्डयन मंत्री सुदन किरांती ने कई सार्वजनिक कार्यक्रमों और यहां तक कि संसद में भी दावा किया था कि इस बार विमानन कंपनियों को काली अनुक्रम से मुक्ति मिलेगी। इसके लिए नेपाल नागरिक उड्यन प्राधिकरण के अधिकारियों ने सालभर लॉबिंग की थी। नेपाल आने वाले ईयू के प्रतिनिधिमंडल के सामने भी कई बार यह विषय उठाया गया, लेकिन अभी तक नेपाली एयरलाइंस अस्वीकृत अनुक्रम ही हैं। ईयू के इस फैसले से नेपाल एयरलाइंस को सबसे बड़ा आघात लगा है।

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