लखनऊ के बेटे की उपलब्धि
लखनऊ के त्रिवेणी नगर के निवासी और भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरकर इतिहास रच दिया। वे राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने। इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश को गर्व से भर दिया। शुभांशु के माता-पिता इस मौके पर भावुक हो गए और उन्होंने अपने बेटे की सफलता के लिए अपनी खुशी और आशीर्वाद व्यक्त किया।
एक्सिओम-4 मिशन की शुरुआत
शुभांशु शुक्ला ने अपने तीन साथियों के साथ एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रा शुरू की। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। लॉन्चिंग के दौरान शुभांशु के माता-पिता की आंखें नम थीं। उन्होंने कहा कि उनका बेटा देश का नाम रोशन कर रहा है। लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में शुभांशु के माता-पिता ने अपनी भावनाएं साझा कीं। उनकी मां आशा शुक्ला ने कहा कि यह गर्व का क्षण है। उन्होंने अपनी बहू की भूमिका को भी सराहा, जिनके समर्थन के बिना यह उपलब्धि संभव नहीं थी। उनके पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा कि वे अपने बेटे के मिशन के लिए उत्साहित हैं और उसकी सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं।
देश भर से बधाई
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुभांशु की उपलब्धि पर उन्हें और उनके परिवार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मिशन अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत के लिए एक नया अध्याय लिखेगा। एसआईए इंडिया के अध्यक्ष डॉ. सुब्बा राव पावुलुरी ने भी इस अवसर को भारत के लिए गौरवपूर्ण बताया। लखनऊ में शुभांशु के सम्मान में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए, जो उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि को दर्शाते हैं।
परिवार और समाज का गर्व
शुभांशु के माता-पिता ने बताया कि उनके बेटे की सफलता ने पूरे त्रिवेणी नगर और लखनऊ को गर्व का अनुभव कराया है। उनकी मां ने कहा कि शुभांशु को उनकी बहू का पूरा समर्थन प्राप्त है, जिसने इस मिशन को संभव बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनके पिता ने कहा कि वे अपने बेटे के मिशन की सफलता के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। शुभांशु की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों की प्रगति और युवाओं के लिए प्रेरणा का प्रतीक है।