‘सिंदूर का बदला खून’: अमेरिका में शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर को बताया सटीक नाम, आतंकवाद पर भारत का रुख किया स्पष्ट

अमेरिका में भारतीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे एक वरिष्ठ कांग्रेस सांसद ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक सटीक और शानदार नाम बताया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को वैश्विक मंच पर स्पष्ट करते हुए इस ऑपरेशन की प्रतीकात्मक अहमियत को रेखांकित किया। यह प्रतिनिधिमंडल सरकार के कूटनीतिक प्रयासों के तहत प्रमुख वैश्विक राजधानियों का दौरा कर रहा है, ताकि भारत के आतंकवाद विरोधी स्टैंड को मजबूती से पेश किया जा सके।

ऑपरेशन सिंदूर: नाम के पीछे की प्रतीकात्मकता

वाशिंगटन में एक संवाद सत्र के दौरान सांसद ने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम बेहद सोच-समझकर चुना गया है। उन्होंने कहा, “सिंदूर हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं के माथे पर लगाया जाने वाला प्रतीक है, जो उनके वैवाहिक जीवन का संकेत देता है। यह न केवल हिंदुओं में, बल्कि कुछ अन्य समुदायों में भी सजावटी रूप में प्रचलित है। लेकिन आतंकवादियों ने क्रूरता दिखाते हुए पुरुषों को उनकी पत्नियों और बच्चों के सामने गोली मार दी, जबकि महिलाओं को छोड़ दिया। एक पत्नी ने जब आतंकवादियों से कहा कि मुझे भी मार दो, तो जवाब मिला, ‘नहीं, तुम वापस जाओ और बताओ कि हमने क्या किया।’”

उन्होंने आगे कहा, “इस क्रूरता के जरिए 26 भारतीय महिलाओं के माथे से उनका सिंदूर मिटा दिया गया। इनमें से एक महिला ईसाई थी, लेकिन बाकी सभी के माथे से सिंदूर आतंकवादियों की करतूतों ने छीन लिया। इसीलिए भारत ने इस घटना का बदला लेने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। सिंदूर का चमकीला लाल रंग खून से बहुत अलग नहीं है। हिंदी में कहावत है ‘खून का बदला खून’, लेकिन यहां यह ‘सिंदूर का बदला खून’ है, यानी आतंकवादियों द्वारा सिंदूर के अपमान का जवाब उनके खून से दिया गया।”

भारत का आतंकवाद विरोधी रुख

सांसद ने अमेरिका में स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन न केवल एक जवाबी कार्रवाई थी, बल्कि यह भारत की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह आतंकवाद के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं करेगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वैश्विक मंच पर यह संदेश देने की कोशिश की कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत अडिग है और वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।

वैश्विक मंच पर भारत की कूटनीति

यह प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों में जाकर भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को मजबूती से पेश कर रहा है। सांसद ने कहा कि भारत ने बार-बार बातचीत और कूटनीति के रास्ते अपनाए, लेकिन आतंकवाद को पनाह देने और इनकार करने की नीति ने भारत को कड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इस दिशा में एक मजबूत कदम है, जो यह संदेश देता है कि भारत अब चेतावनियों और धैर्य की नीति छोड़ चुका है।

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