आगरा मेट्रो के भूमिगत संचालन के लिए 15 फरवरी से ट्रैक बिछना शुरू हो जाएगा। इसके लिए एक अलग ट्रेन भी आ चुकी है।
आगरा मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों को बनाने का कार्य तेज कर दिया गया है। इसके अलावा तीन स्टेशन बन चुके हैं। 15 फरवरी से इनमें ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू हो जाएगा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने मई तक मेट्रो को आरबीएस कॉलेज स्टेशन तक चलाने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में एक ट्रेन और मिल गई है।
उप महाप्रबंधक पंचानन मिश्रा ने बताया कि पहले कॉरिडोर में अभी मेट्रो ताज पूर्वी से मन:कामेश्वर स्टेशन तक चल रही है। इसके अगले चार स्टेशन एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा कॉलेज, राजा की मंडी और आरबीएस स्टेशन भूमिगत हैं। इनमें आरबीएस से राजा की मंडी, राजा की मंडी से आगरा कॉलेज और आगरा कॉलेज से एसएन मेडिकल कॉलेज तक दोनों ओर की सुरंग तैयार हो गई हैं।
विज्ञापन
इनमें 15 फरवरी से ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। एसएन से मन:कामेश्वर तक सुरंग बनाने का कार्य चल रहा है। ये भी अगले महीने में पूरा हो जाएगा। इस तरह से 60 दिन में दोनों ओर की पटरी बिछाने और एक महीने में सिग्नलिंग का कार्य पूरा हो जाएगा। मई तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य हासिल करना है।
जुलाई-अगस्त में मेट्रो का ताज पूर्वी से आरबीएस तक मेट्रो संचालन होने लगेगा। प्रति स्टेशन पर एक मेट्रो ट्रेन की जरूरत होती है। ऐसे में एक और मेट्रो ट्रेन गुजरात के वडोदरा के पास स्थित सावली से यहां आ चुकी है। अब कुल 12 मेट्रो ट्रेन हो गई हैं।