Vinod Upadhyay: एक थप्पड़ के बदले के लिए भून डाला था नेपाली डॉन; जिससे सीखा दांवपेंच, रुपये के लिए बना उसी का दुश्मन

Vinod Upadhyay श्रीप्रकाश शुक्ला के खूनी खेल को देख विनोद उपाध्याय को हाथों में बंदूक थामने की ललक पैदा हुई और वह गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आ गया। इसके बाद विनोद के विरुद्ध गोरखपुर के थानों में मुकदमे दर्ज होने लगे। गोरखनाथ थाने में पहला मुकदमा वर्ष 1999 में एक दलित के साथ … Read more