पूर्व चीफ जस्टिस और केरल सीएम के नाम से भेजे गए धमकी भरे ईमेल
केरल में एक सनसनीखेज मामले ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है. खुफिया जानकारी के आधार पर पता चला है कि आतंकी संगठन पाइपों में RDX भरकर बड़े पैमाने पर विस्फोट करने की साजिश रच रहे थे. इस सिलसिले में केरल के मुख्यमंत्री और देश के पूर्व चीफ जस्टिस के नाम से धमकी भरे ईमेल भेजे गए. इन ईमेल्स ने जांच एजेंसियों को तुरंत हरकत में ला दिया, जिसके बाद मामले की गहन जांच शुरू हो गई है.
सुरक्षा एजेंसियों को हाल ही में कुछ संदिग्ध ईमेल प्राप्त हुए, जिनमें केरल में बड़े पैमाने पर विस्फोट करने की धमकी दी गई थी. इन ईमेल्स में दावा किया गया कि पाइपों में RDX भरकर राज्य के प्रमुख स्थानों पर हमले किए जाएंगे. हैरानी की बात यह है कि ये ईमेल केरल के मुख्यमंत्री और देश के पूर्व चीफ जस्टिस के नाम से भेजे गए थे. प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये ईमेल फर्जी थे और इनका मकसद समाज में दहशत फैलाना था.
धमकी भरे ईमेल मिलने के बाद केरल पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने तुरंत जांच शुरू की. सूत्रों के अनुसार, इन ईमेल्स को साइबर अपराधियों ने हैकिंग तकनीकों का इस्तेमाल कर भेजा था. जांच में यह भी सामने आया कि आतंकी संगठन इस साजिश को .आज तक अंजाम देने की कोशिश में थे. पुलिस ने संदिग्ध स्थानों की तलाशी शुरू कर दी है और संभावित खतरे को टालने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
इस मामले ने साइबर सुरक्षा और आतंकी खतरों के प्रति खतरे की घंटी बजा दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की धमकियों के पीछे संगठित आतंकी नेटवर्क हो सकता है, जो डिजिटल माध्यमों का सहारा लेकर समाज में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है. पुलिस ने इस मामले में साइबर फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली है ताकि ईमेल के स्रोत का पता लगाया जा सके. साथ ही, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए खुफिया तंत्र को और मजबूत किया गया है.
इस घटना के बाद केरल में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है. संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध वस्तुओं की जांच के लिए विशेष दस्ते तैनात किए गए हैं. प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें. इस मामले ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा और आतंकी खतरों से निपटने की जरूरत को रेखांकित किया है.