राजौरी के मंजकोट में सेना कैंप पर आतंकी हमला हुआ है|सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने कैंप को टारगेट किया था|सेना ने अब हमले करने वाले की आतंकियों तलाश में ऑपरेशन सर्च शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के कैंप पर आतंकी हमला हुआ है। इस हमले को सेना के जवानों ने विफल कर दिया, जिससे आतंकियों को भागना पड़ा। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, इस आतंकवादी हमले के दौरान एक जवान के घायल होने की सूचना है|राजौरी के मंजकोट में सेना के कैंप पर हमला हुआ। सूत्रों ने बताया कि कैंप को टारगेट किया था|सेना ने अब हमले करने वाले आतंकियों की तलाश में ऑपरेशन सर्च शुरू कर दिया है। जम्मू में हाल में बीते महीने हुई तीन बड़ी आतंकी और राजौरी में हुए आतंकवादी हमलों को लेकर सुरक्षा के एजेंसियों के हाथ एक महत्वपूर्ण इनपुट लगा है| गुप्तचर एजेंसी के दस्तावेज़ का दावा है कि इन सभी आतंकी वारदातों के पीछे लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेंड आतंकवादी साजिद जट्ट का हाथ है। साजिद जट्ट फिलहाल पाकिस्तान के इस्लामाबाद में अपना बेस कैम्प बनाकर रह रहा है| पहले वो पीओके (POK) में भी लंबे वक्त तक एक्टिव था| साजिद जट्ट के साथ भारतीय मूल की उसकी पत्नी भी इस्लामाबाद में रह रही है|समागम जट्ट अभी के लिए रिक्रूटमेंट का काम संभाल रहा है|ट्रेंड आतंकियों को सीमा पार से भारत भेजने के लश्कर के कार्य को पूरा करने में लगा हुआ है| साजिद को लश्कर का ऑपरेशनल कमांडर भी बताया जाता है|आतंकी घटनाओं के लिए टेरर फंडिंग का जिम्मा भी लश्कर ने साजिद को सौप रखा है|घाटी में पिछले कुछ सालों में हुए आतंकी हमलों में साजिद जट्ट का हाथ बताया गया है| गुप्तचर को शक है कि उसका एक दोस्त कासिम जम्मू-कश्मीर में है,जिसकी सरगर्मी को तलाश है। साजिद जट्ट पर एनआईए (NIA) ने 10 लाख का इनाम भी घोषित किया है|एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में उसका नाम लिखा है, जिसमें लिखा है कि सफीउल्लाह साजिद जट गांव शंगामंगा, जिला कसूर, पंजाब, पाकिस्तान का रहने वाला है। इसके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और टीआरएफ से गहरे रिश्ते हैं|