ब्रह्मचर्य का पालन भारतीय परंपरा का एक अभिन्न अंग रहा है। ऐसा नहीं है कि केवल तपस्वी ही इसका पालन करते थे। बल्कि गृहस्थ जीवन में रहकर भी समय-समय पर ब्रह्मचर्य का पालन कर पुरुष और स्त्री इसका लाभ उठा सकते हैं।
ब्रह्मचर्य का मतलब आमतौर पर यह मान लिया जाता है कि स्त्री पुरुष संबंध से बचना है। जबकि सच यह है कि संबंध में रहते हुए भी ब्रह्मचर्य का पालन किया जा सकता है। खान-पान और संबंध के नियम को अपनाते हुए हुए कोई भी व्यक्ति ब्रह्मचर्य का पालन कर सकता है और इसका लाभ उठा सकता है।
सुंदरता में वृद्धि (enhance beauty)
मान्यता है कि ब्रह्मचर्य के पालन से स्त्री हों यो पुरुष उनके सौंदर्य में वृद्धि होती है। गृहस्थ जीवन जीते हुए भी पुराने समय में लोग ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करते थे, यही कारण था कि वे लंबे समय तक युवा और ऊर्जावान बने रहते थे।
मिलती है लंबी उम्र (get long life)
ब्रह्मचर्य के पालन से शारीरिक ताकत बढ़ती है, स्किन में ग्लो आता है। बीमारियों से लड़ने की शरीर की क्षमता में वृद्धि होती है। मौसमी बीमारियां जल्दी से परेशान नहीं। साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाले लोग लंबी आयु जीते हैं, ऐसी मान्यता है।
प्रफेशन में लाभ (benefits in profession)
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले या उसके नियमों को मानने वाले लोग अपनी प्रफेशनल लाइफ में भी अच्छा परफॉर्म करते हैं। उनके शरीर में हर समय एनर्जी बनी रहती है और मन प्रसन्न रहता है। अपनी बात प्रभावी तरीके से रखने की कला स्वत: विकसित होने लगती है।
मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद (Beneficial for mental health)
मान्यता है कि ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाले लोग मानसिक रूप से बहुत मजबूत होते हैं। उन्हें जीवन के उतार-चढ़ाव दिमागी रूप से तोड़ नहीं पाते हैं। इनका मन बलवान होता है और कायरता इनसे कोसों दूर रहती है। निराशा और अवसाद जैसे रोग इन पर जल्दी से असर नहीं डाल पाते।
सोशल लाइफ में फायदा (advantage in social life)
कहते हैं कि ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाले लोगों की सोशल लाइफ बहुत अच्छी रहती है। इसका कारण उनका प्रभावी व्यक्तित्व और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखने का भाव है। गुस्सा, जलन और बैर जैसे भाव इनके मन में नहीं होते और ये सभी साथ प्रेम से मिलते हैं। इस कारण इनकी सोशल लाइफ बहुत अच्छी होती है।