मैनपुरी की एक शिक्षिका की जिंदगी उस प्रेमी ने तबाह कर दी जिसके लिए उसने अपना घर-परिवार छोड़ दिया. प्रेमी ने शादी का झांसा देकर न केवल उसका यौन शोषण किया बल्कि बेंगलुरु में अपने साथी के साथ मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आरोपी मुनेश कुमार यादव और उसके दो साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है. यह मामला मैनपुरी के शहर कोतवाली क्षेत्र का है जहां पीड़िता की जिंदगी प्रेम के नाम पर बर्बाद हो गई.
प्रेम से शुरू हुआ धोखे का सफर
शहर के एक मोहल्ले में रहने वाली शिक्षिका की मुलाकात 2019 में बिछवां के जमथरी निवासी मुनेश कुमार यादव से हुई. मुनेश ने शादी का वादा कर उसका भरोसा जीता और 2019 से 2021 तक यौन शोषण करता रहा. शादी के लिए दबाव डालने पर वह टालमटोल करता रहा. उसने पीड़िता को बताया कि वह बेंगलुरु में नौकरी करता है और जल्द शादी कर लेगा. 22 फरवरी 2025 को मुनेश अपने रिश्तेदार शिवम यादव और परिचित अशोक के साथ पीड़िता को कानपुर के आर्य समाज मंदिर ले गया. वहां फर्जी दस्तावेजों के जरिए शादी का नाटक रचाया गया. शिक्षिका को भरोसा था कि अब उसका सपना पूरा होगा लेकिन यह धोखे की शुरुआत थी.
बेंगलुरु में दरिंदगी और बेसहारा हालत
अप्रैल 2025 में मुनेश पीड़िता को बेंगलुरु ले गया. वहां उसने शिक्षिका के साथ शारीरिक संबंध बनाए. इसके बाद मुनेश और उसके साथी शिवम यादव ने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया. दोनों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और फरार हो गए. पड़ोसियों ने ताला तोड़कर पीड़िता को बाहर निकाला. बेंगलुरु में बेसहारा छोड़ दी गई शिक्षिका ने मुनेश की तलाश की लेकिन वह नहीं मिला. हताश होकर वह मैनपुरी लौटी लेकिन माता-पिता ने भी उसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया. पीड़िता ने मुनेश से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन वह उसे अपने साथ रखने से मना करता रहा. आखिरकार उसने हिम्मत जुटाई और गुरुवार को शहर कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी.
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
पीड़िता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुनेश कुमार यादव शिवम यादव और अशोक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गई है. पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि पीड़िता को इंसाफ मिल सके. यह घटना समाज में प्रेम के नाम पर धोखे और महिलाओं के शोषण की कड़वी सच्चाई को उजागर करती है.