Bengal Purulia sadhus beaten case मकर संक्रांति पर स्नान के लिए गंगासागर जा रहे उत्तर प्रदेश के तीन साधुओं को बंगाल के पुरुलिया जिले में भीड़ द्वारा पीटा गया था। पुलिस ने तीनों साधुओं को भीड़ से छुड़ाकर जान बचाई। घटना के बाद अब भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने उन साधुओं से मुलाकात की है। भाजपा नेता ने साधुओं से मिलकर उनका सम्मान किया है।
TNF TODAY आगरा । Bengal Purulia Sadhu beaten Case पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में भीड़ द्वारा साधुओं पर हमले का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। आज भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने उन साधुओं से मुलाकात की है। भाजपा नेता ने साधुओं से मिलकर उनका सम्मान किया है।
पुलिस ने बचाई थी साधुओं की जान
बता दें कि मकर संक्रांति पर स्नान के लिए गंगासागर जा रहे उत्तर प्रदेश के तीन साधुओं को बंगाल के पुरुलिया जिले में भीड़ द्वारा पीटा गया था। पुलिस ने तीनों साधुओं को भीड़ से छुड़ाकर जान बचाई। पुलिस के अनुसार घटना गुरुवार देर शाम की है।
तीनों साधु एक वाहन किराए पर लेकर गंगासागर जा रहे थे, इस दौरान वह पुरुलिया में रास्ता भटक गए। जिसके बाद उन्होंने तीन स्थानीय लड़कियों से रास्ते के बारे में पूछा, जिसपर तीनों चिल्लाते हुए भाग गईं।
12 लोगों को किया गया गिरफ्तार
स्थानीय लोगों को लगा कि उन्होंने लड़कियों को परेशान किया होगा, इसी शक में भीड़ ने तीनों साधुओं की जमकर पिटाई कर दी। घटना के सिलसिले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इंटरनेट मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें तीनों साधु हाथ जोड़कर भीड़ से जान बख्शने की गुहार लगा रहे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार व बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी के शासन में हिंदू होना अपराध है।
बंगाल में तुष्टीकरण का वातावरणः अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को ममता बनर्जी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल में तुष्टीकरण की राजनीति का वातावरण खड़ा कर दिया गया है। यहां एक कार्यक्रम के सिलसिले में पहुंचे ठाकुर ने सुबह कोलकाता एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था तो उस दिन बंगाल में कर्फ्यू लगा दिया गया था, ताकि हिंदू जश्न न मना सकें।
उन्होंने गंगासागर मेले में जा रहे यूपी के तीन साधुओं की बंगाल के पुरुलिया जिले में हुई पिटाई का उल्लेख करते हुए कहा कि अब हिंदू साधुओं की पिटाई व उनकी हत्या तक की कोशिश की गई और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी रही। जब मीडिया में यह घटना सामने आई तब जाकर पुलिस ने थोड़ी कारवाई की है।
शिवराज बोले- बंगाल में अराजकता चरम पर
शिवराज ने कहा कि बंगाल में अराजकता और आतंकवाद चरम पर पहुंच गया है.
पश्चिम बंगाल में भीड़ द्वारा एक साधु की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने भी इसका अनुसरण किया है इस तरह की घटना अत्यंत निंदनीय और असहनीय है। मामले में सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं की संलिप्तता के कयास भी लगाए जा रहे हैं।
शिवराज ने कहा कि बंगाल में अराजकता और आतंक अपने चरम पर है।
पश्चिम बंगाल में भीड़ द्वारा साधुओं की पिटाई करने से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा लगातार राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर हमला बोल रही है। हालांकि, इस मामले पर टीएमसी की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ममता सरकार पर भाजपा का हमला
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘ममता बनर्जी को अपनी चुप्पी पर शर्म आनी चाहिए। क्या आपके लिए इन साधुओं की कोई अहमियत नहीं है? हमें इस अत्याचार का जवाब चाहिए।’
30 सेकेंड के वीडियो में साधुओं के एक समूह को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर उन्हें पीटते हुए देखा गया। अमित मालवीय ने इस घटना की तुलना 2020 में पालघर में हुई घटना से की। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, ‘पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बहुत ही चौंकाने वाला घटना सामने आई है। मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं के समूह को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा।’
बंगाल में हिंदू होना एक अपराध
मालवीय से चर्चा है कि पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है। उन्होंने कहा, ”ममता बनर्जी के शासन में शाहजहां जैसे आरोपियों को सरकारी संरक्षण प्राप्त है और साधुओं को पीट-पीटकर मार डाला जा रहा है.”’
इस घटना पर बंगाल में भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘पुरुलिया में चौंकाने वाली घटना। गंगासागर की तरफ जा रहे साधुओं को कुछ अपराधियों ने पीट दिया। यह पालघर में हुए घटना की याद दिलाता है।’ पश्चिम बंगाल में हिंदू होना एक अपराध है। भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भी पोस्ट के जरिए इस घटना की निंदा की है। हालांकि टीएमसी की तरफ से अभी तक इस घटना पर कोई जवाब नहीं आया है।