आगरा। आगरा में लगातार जाम से निपटने के लिए बनाई गई रणनीति फैल होते नजर आ रही है। आए दिन आगरा के एमजी रोड से लेकर छोटे और बड़े चौराहों पर जाम से लोग परेशान हैं। आगरा में मेट्रो कार्य के चलते आगरा में जाम की समस्या बढ़ रही है। लोगो के घर जाने के किए घंटों इंतजार करना पड़ता है। क्या आगरा में ट्रैफिस व्यवस्था यूहीं बनी रहेगी?
एमजी रोड, सदर बाजार, भगवान टॉकीज, हरीपर्वत, नामनेर, सिकंदरा से लेकर छोटे-बड़े हर चौराहे पर रोज़ाना घंटों ट्रैफिक जाम लोगों का जीना मुहाल कर रहा है। मेट्रो प्रोजेक्ट के नाम पर सड़कें खोद दी गईं, बैरिकेडिंग कर दी गई, लेकिन ट्रैफिक मैनेजमेंट का कोई पुख्ता इंतज़ाम नहीं।
ऑफिस जाने वाले, स्कूल-कॉलेज के बच्चे, मरीज़, बुजुर्ग हर कोई इस जाम की मार झेल रहा है। लोग गुस्से में फूट रहे हैं। “पहले कहा था मेट्रो आएगी तो सुविधा होगी, अब तो लगता है मेट्रो आने से पहले ही हमारी जान निकल जाएगी!”
मेट्रो का काम तो चल रहा है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की “सुपरहिट रणनीति” पूरी तरह फ्लॉप साबित हो रही है। डायवर्जन के नाम पर लोगों को 10-15 किलोमीटर घुमाया जा रहा है, सिग्नल खराब, ट्रैफिक पुलिस गायब और ऊपर से ई-रिक्शा, ठेले, अवैध पार्किंग ने मिलकर आगरा को “जाम का जंजाल” बना दिया है।





