लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सात जिलों में कारोबारी गतिविधियों की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। इन जिलों में बैंक ऋण-जमा अनुपात (CD Ratio) 40% से भी कम दर्ज किया गया है, जो क्षेत्रीय आर्थिक सक्रियता की कमी का संकेत देता है।
सरकार ने गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, प्रतापगढ़, अयोध्या, बलिया और उन्नाव जिलों के लीड बैंक अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे सीडी रेशियो में तेजी से सुधार करें। बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वित्त वर्ष 2025-26 में अग्रिम ऋणों की संख्या में वृद्धि लाकर आर्थिक सुधार को दर्शाएं।
क्या है CD Ratio?
CD रेशियो यानी Credit-Deposit Ratio वह अनुपात है, जो बताता है कि बैंक जमा राशि में से कितना हिस्सा कर्ज के रूप में बाहर दे रहे हैं। यदि यह अनुपात कम है, तो इसका मतलब है कि आर्थिक गतिविधियां धीमी हैं या बैंक लोन देने से कतरा रहे हैं।
40% से कम CD रेशियो वाले जिले
- बलिया: 33.44%
- उन्नाव: 32.82%
- अयोध्या: 36.22%
- प्रतापगढ़: 36.58%
- आजमगढ़: 36.65%
- मऊ: 39.13%
- गाजीपुर: 39.85%
बुंदेलखंड में भी हालत चिंताजनक
बुंदेलखंड क्षेत्र के 7 जिलों में से सिर्फ ललितपुर और महोबा का CD रेशियो 60% से ऊपर है। बाकी जिलों का रेशियो 45-60% के बीच है, जो इस क्षेत्र में कमजोर व्यापारिक विकास की ओर इशारा करता है।