आईएनडीआईए का संयोजक कौन होगा? ये सवाल एक बार फिर सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। इसी क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर सियासी अटकलें भी शुरू हो गई हैं। बता दें कि विपक्षी दलों के महागठबंधन की पिछले साल हुई चौथी बैठक में भी संयोजक के नाम पर सभी पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आईएनडीआईए का संयोजक बनाने को लेकर चर्चा एक बार फिर से तेज हो गई है। बता दें कि आईएनडीआईए की पिछली बैठक में संयोजक के नाम को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ था। ऐसे में अब जानकारी मिल रही है कि अगली बैठक में इस पर निर्णय हो सकता है।
इधर, सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नववर्ष की बधाई देने पहुंचे जदयू नेताओं ने उन्हें आईएनडीआईए का संयोजक बनाने की मांग जोरशोर से उठाई। इस दौरान सीएम नीतीश को जदयू का अध्यक्ष बनने को लेकर भी लोगों ने बधाई दी।
खरगे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव
बता दें कि आईएनडीआईए की पिछली बैठक में नीतीश कुमार मौजूद थे। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने को लेकर प्रस्ताव रखा था।
दोनों ही सीएम ने इसके लिए कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का सुझाव दिया था। इसके बाद नीतीश कुमार बैठक खत्म होते ही बाहर निकल गए थे। वह बैठक के बाद होने वाली प्रेसवार्ता में भी मौजूद नहीं थे। सियासी गलियारों में इसे नीतीश कुमार के नाराज होने के तौर पर देखा गया था।
हालांकि, बाद में जदयू की ओर से सफाई दी गई थी कि नीतीश कुमार नाराज नहीं हैं। बैठक में सीटें तय करने को लेकर चर्चा हुई थी। इसके साथ ही यह भी तय हुआ था कि बैठक के बाद ज्यादा लोग प्रेस वार्ता में मौजूद नहीं रहेंगे। इसी वजह से नीतीश कुमार अपने दिल्ली स्थित आवास चले गए थे।
ललन सिंह भी मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे
जानकारी के अनुसार, जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को बधाई दी। इस दौरान लोगों ने पुष्प गुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री को अपनी शुभकामनाएं दीं। कुछ लोगों ने अंगवस्त्र भी भेंट किया। बड़ी संख्या में युवक, महिलाएं व वृद्धजन एक अणे मार्ग पहुंचे थे।
मंत्री और सांसद भी रहे मौजूद
इस दौरान राज्य मंत्रिमंडल के कई सदस्य व सांसद भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। मु्ख्यमंत्री को बधाई देने वालों में मद्य निषेध मंत्री, सुनील कुमार, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री रत्नेश सदा, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय शामिल थे।
इनके अलावा सांसद दुलाल चंद गोस्वामी, राज्य सभा सदस्य अनिल हेगड़े, चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद संजय सिंह, ललन सर्राफ, बिहार राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल, जदयू के प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश सेतु ने भी सीएम को बधाई दी।
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी आरएस भट्टी, मुख्य सूचना आयुक्त त्रिपुरारी शरण सिंह व कई विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव व सचिव भी इस दौरान मौजूद रहे। लंबे समय बाद एक अणे मार्ग में जदयू के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे थे।
वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को बीजेपी की लव कुश यात्रा की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी के लोगों ने भगवान राम के नाम पर यात्रा निकाली, लेकिन अब उन्होंने यात्रा हटा दी है. अब भगवान राम के बेटे लव कुश के नाम पर यात्रा निकाली गई है. भाजपा के लोगों को पता नहीं है कि 2020 के चुनाव में इन लोगों को भगवान हनुमान से गदा मिली थी। इस बार भगवान श्री राम के पुत्र लव-कुश के धनुष से निकला तीर बीजेपी के लोगों पर भी लगेगा. कोई भी समाज भाजपा का समर्थन नहीं करता। जब से भारतीय गठबंधन बना है तब से बीजेपी के लोग परेशान हैं.
जनता इनके जाल में नहीं फंसेगी- तेज प्रताप यादव
तेज प्रताप यादव ने कहा कि “भारत” के महान संघ की शुरुआत बहुत पहले से हुई थी. हमें देश भर में सैकड़ों-लाखों लोगों का समर्थन प्राप्त है। जैसे पिछली बार कर्नाटक चुनाव में भगवान हनुमान की गदा उन पर (बीजेपी पर) लगी, ऐसा हो ही नहीं सकता कि भगवान राम और उनके दोनों पुत्रों लव-कुश का धनुष-बाण भी उन पर लगे. जनता उनके झांसे में नहीं आयेगी. देश की जनता हर मिनट देख रही है कि कैसे ये लोग देश को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं।
सीएम नीतीश को समन्वयक होना चाहिए या नहीं, इस पर बहस पर प्रतिक्रिया
सीएम नीतीश को इंडिया अलायंस का चेयरमैन बनाए जाने पर पर्यावरण मंत्री ने कहा कि चेयरमैन बनने से कोई किसी को नहीं रोक सकता. जो आगे बढ़ता है वह आगे बढ़ता है, हम सबका समर्थन करते हैं।’ इस दौरान उन्होंने राजद नेता फतेह बहादुर सिंह के विवादित बयान और पोस्टर पर कहा कि जब तक मैं उनका बयान नहीं देख लेता, तब तक कोई टिप्पणी करना अनुचित है.