क्यों चंपत राय को ही मिली अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बड़ी जिम्मेदारी? कौन है ये शख्सियत

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी संभालने वाले चंपत राय को “अयोध्या का पटवारी” भी कहा जाता है। चंपत राय का जन्म 18 नवंबर 1946 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में हुआ था। उन्होंने केमिस्ट्री में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की और बिजनौर के RSS डिग्री कॉलेज में केमिस्ट्री के प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रहे।

चंपत राय का राम मंदिर आंदोलन से जुड़ाव 1980 के दशक से रहा है। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में कई बार जेल भी काटी है। 1992 में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद उन्हें 18 महीने के लिए जेल में रखा गया था।

चंपत राय राम मंदिर आंदोलन के दौरान राम जन्मभूमि के पक्ष में महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाने में सफल रहे। उन्होंने अयोध्या के इतिहास और संस्कृति के बारे में गहन जानकारी रखते हैं। इसी वजह से उन्हें “अयोध्या का पटवारी” कहा जाता है।

2020 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी चंपत राय को सौंपी गई। चंपत राय राम मंदिर निर्माण के महासचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

चंपत राय की नियुक्ति राम मंदिर निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है। उनका अनुभव और ज्ञान मंदिर निर्माण में सफलता की संभावनाओं को बढ़ाता है।

चंपत राय की नियुक्ति के पीछे के कारण

चंपत राय की नियुक्ति के पीछे कई कारण हैं। सबसे पहले, चंपत राय राम मंदिर आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे हैं। उन्होंने मंदिर आंदोलन में कई बार जेल भी काटी है। इस वजह से उन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए एक समर्पित और अनुभवी व्यक्ति माना जाता है।

दूसरा, चंपत राय राम जन्मभूमि के पक्ष में महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाने में सफल रहे हैं। उन्होंने अयोध्या के इतिहास और संस्कृति के बारे में गहन जानकारी रखते हैं। इसी वजह से उन्हें “अयोध्या का पटवारी” कहा जाता है।

तीसरा, चंपत राय एक कुशल संगठनकर्ता हैं। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए एक मजबूत टीम का गठन किया है। उन्होंने मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

कुल मिलाकर, चंपत राय की नियुक्ति राम मंदिर निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है। उनका अनुभव और ज्ञान मंदिर निर्माण में सफलता की संभावनाओं को बढ़ाता है।

Leave a Comment