- 10 मार्च को भारत बंद, 14 मार्च को पैदल संसद मार्च
- राजिम कल्प कुंभ में साधु-संतों का ऐतिहासिक निर्णय
- गौ हत्या रोकने और गायों के संरक्षण की मांग
- देशभर में गौ हत्या का मुद्दा गरमाया
- शंकराचार्यों ने कहा- गीता, गंगा और गौ का सम्मान होना चाहिए
- राजनीतिक दलों पर गायों के प्रति उपेक्षा का आरोप
- 10 मिनट के भारत बंद का आह्वान
- 14 मार्च को संसद तक पैदल मार्च की योजना
- गायों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश
- गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग
- क्या सरकार शंकराचार्यों की मांग को पूरा करेगी?
हिंदू धर्म में गाय को देवता का दर्जा दिया गया है। देश के शंकराचार्यों ने गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर सरकार को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर सरकार 10 मार्च तक गाय को राष्ट्र माता का दर्जा नहीं देती है तो देशभर में 10 मिनट का भारत बंद होगा। इसके बाद 14 मार्च को साधु-संत पैदल संसद तक मार्च करेंगे।
शंकराचार्यों का यह ऐतिहासिक निर्णय राजिम कल्प कुंभ में लिया गया है। इस कुंभ में देशभर के साधु-संत और शंकराचार्य भाग ले रहे हैं। शंकराचार्यों ने कहा कि गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने से गौ हत्या रुकेगी और गायों का संरक्षण होगा।
गौ हत्या का मुद्दा देशभर में गरमाया हुआ है। शंकराचार्यों ने कहा है कि गीता, गंगा और गौ का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने राजनीतिक दलों पर गायों के प्रति उपेक्षा का आरोप लगाया है।
शंकराचार्यों ने 10 मार्च को 10 मिनट के भारत बंद का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि अगर सरकार 10 मार्च तक उनकी मांग को पूरा नहीं करती है तो 14 मार्च को साधु-संत पैदल संसद तक मार्च करेंगे।
शंकराचार्यों का यह कदम गायों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश है। वे चाहते हैं कि गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए और गायों का संरक्षण हो।
यह देखना होगा कि क्या सरकार शंकराचार्यों की मांग को पूरा करती है।