आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य के कई अस्पतालों में वेंटिलेटर जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं, जिससे हर महीने बच्चों की जान जा रही है।
उन्होंने बदायूं के जिला महिला अस्पताल का उदाहरण देते हुए दावा किया कि सीपैक वेंटिलेटर न होने के कारण हर महीने करीब 25–30 बच्चों की मौत हो रही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में वेंटिलेटर लाया तो गया, लेकिन उसे चलाने के लिए स्टाफ को प्रशिक्षित नहीं किया गया। इसे उन्होंने “आपराधिक लापरवाही” करार दिया और सरकार से दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की।
इसके अलावा, उन्होंने आयुष्मान भारत योजना में घोटाले का आरोप लगाते हुए बताया कि 6239 फर्जी मरीजों के नाम पर 39 अस्पतालों को 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। इस संबंध में हजरतगंज थाने में केस दर्ज किया गया है।
संजय सिंह ने यह भी दावा किया कि सुल्तानपुर के अस्पताल में एक्स-रे रिपोर्ट्स कागज पर दी जा रही हैं, जिससे मरीजों की जांच में बाधा आ रही है।
कुंभ मेले को लेकर भी उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार मेले में 82 लोगों की मौत हुई, लेकिन सरकार ने आंकड़े छिपाए और मौतों की संख्या जानबूझकर कम दिखाई।